झारखंड में CCTV की निगरानी और वीडियोग्राफी के बीच होगी मतगणना
झारखंड की 14 लोकसभा सीटों पर 4 जून को होने वाली मतगणना के लिए भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस के अनुसार सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
झारखंड में CCTV की निगरानी और वीडियोग्राफी के बीच होगी मतगणना |
स्ट्रांग रूम को खोलने से लेकर ईवीएम को काउंटिंग टेबल तक लाने और इसके बाद काउंटिंग की प्रक्रिया 360 डिग्री एंगल वाले सीसीटीवी के साथ-साथ वीडियो कैमरे की निगरानी में पूरी की जाएगी। ऐसी व्यवस्था की गई है कि जिन परिसरों में मतगणना कराई जाएगी, उसका कोई भी स्थान शैडो एरिया नहीं रहेगा।
राज्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि जिन जिला मुख्यालयों में काउंटिंग कराई जानी है, वहां 4 जून को धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। उस दिन जिलों में 'ड्राई डे' घोषित किया किया है। मतलब, शराब की बिक्री पूरी तरह बंद रहेगी।
सभी 14 सीटों के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों ने सभी प्रत्याशियों को मतगणना के नियमों और निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस से अवगत करा दिया है। प्रत्याशी मतगणना हॉल के प्रत्येक टेबल के लिए काउंटिंग एजेंट रख सकते हैं।
उन्हें निर्देश दिया गया है कि मतगणना हॉल में मौजूद रहने वाले काउंटिंग एजेंटों को नियमों की जानकारी दे दें। प्रत्येक मतगणना केंद्र पर विशेष ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे, जो सुनिश्चित कराएंगे कि गाइडलाइंस का शत-प्रतिशत अनुपालन हो। प्रत्याशियों एवं सभी काउंटिंग एजेंटों को मतगणना केंद्र में प्रवेश के लिए पहचान पत्र जारी किया गया है।
उनसे कहा गया है कि निर्धारित समय में केंद्र में प्रवेश कर जाएं। काउंटिंग एजेंटों को सिर्फ कॉपी, पेन एवं कागज लाने की ही अनुमति होगी। किसी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, खाने-पीने की वस्तु या अन्य कोई भी सामान मतगणना केंद्र के अंदर ले जाने की इजाजत नहीं है।
सभी मतगणना केंद्रों पर अर्धसैनिक और पुलिस बल की पर्याप्त संख्या में तैनाती की गई है। जिन स्ट्रांग रूम में ईवीएम को रखा गया है, उनकी सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय इंतजाम किया गया है। पहले लेयर में सीआरपीएफ, दूसरे लेयर में झारखंड स्टेट आर्म्ड पुलिस और तीसरे लेयर में जिला पुलिस की तैनाती है।
बताया गया है कि सबसे पहले पोस्टल बैलेट स्ट्रांग रूम खुलेगा, जबकि ईवीएम वाले स्ट्रांग रूम सुबह 7 बजे खोले जाएंगे। सबसे पहले सुबह 8 बजे से इटीपीबीएस और पोस्टल बैलेट की गणना होगी। पोस्टल बैलेट की दो श्रेणियां हैं। पहली श्रेणी में सेना, अर्धसैनिक बलों के जवानों और अधिकारियों के मतपत्र हैं। दूसरी श्रेणी में चुनाव ड्यूटी में नियुक्त कर्मचारियों, अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के मतपत्र हैं।
इनकी गिनती में करीब आधे घंटे का वक्त लगने का अनुमान है। इसके बाद ईवीएम में दर्ज वोटों की काउंटिंग सुबह 8.30 बजे शुरू की जाएगी। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के वोटों की गिनती राउंड वाइज की जाएगी और इसके बाद उन्हें जोड़कर हर राउंड के रिजल्ट का ऐलान किया जाएगा।
| Tweet |