रांची: पलामू में मुस्लिमों की भीड़ ने दलितों पर किया हमला, घर उजाड़े, पिटाई कर गांव से जबरन निकाला
झारखंड में अब एक बड़ी घटना पलामू जिले के पांडू थाना इलाके में सामने आई है। आरोप है कि सोमवार को यहां के मुरुमातू गांव में दबंगों ने 20 दलित परिवारों के डेढ़ दर्जन घर ध्वस्त कर दिये हैं।
पलामू में मुस्लिमों ने दलितों के घर तोड़े, गांव से जबरन निकाला |
पलामू जिले के पांडू थाना क्षेत्र अंतर्गत मुरूमातू गांव में दबंगों ने 20 दलित परिवारों के डेढ़ दर्जन घर ध्वस्त कर दिये हैं। ज्यादातर घर मिट्टी और फूस के थे, जिनमें ये परिवार पिछले तीन-चार दशकों से रह रहे थे। जिस जमीन और इलाके में ये लोग बसे थे, उसे मदरसे की जमीन बताते हुए उनपर यह जुल्म किया गया।
दलितों ने घरों को ध्वस्त करने का विरोध किया तो उनके साथ मारपीट भी गयी। इतना ही नहीं, उजाड़े गये लोगों को दो गाड़ियों पर लादकर एक जंगल के पास छोड़ दिया गया। यह घटना सोमवार की है। बाद में भगाये गये दलितों का एक समूह पांडु थाने पहुंचा। उन्होंने पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई है।
उनका कहना है कि बस्ती के मुसलमान दबंगों ने उनपर जुल्म किया है। ये लोग हमेशा उनके साथ मारपीट करते थे और बस्ती को खाली करने का दबाव बनाते थे। इधर पांडु थाने की पुलिस ने इसे जमीन विवाद का मामला बताया है। पुलिस का कहना है कि इसकी मौखिक शिकायत की गई है। छानबीन के बाद कार्रवाई की जायेगी।
बताया गया विशेष समुदाय के लोग भीड़ की शक्ल में सोमवार को हरवे-हथियारों से लैस होकर मुरुमातू के दलित टोले में पहुंचे और घरों को ध्वस्त कर दिया। मिट्टी के घरों और झुग्गी झोपड़ियों को उजाड़ने के बाद उनके सामान गाड़ियों में लोड कर छतरपुर के लोटो इलाके के जंगल में उतार दिये गये। उजाड़े गये दलित परिवारों में एक भी व्यक्ति शिक्षित नहीं है।
ज्यादातर लोग भीख मांगकर या छोटा-मोटा काम कर गुजारा करते हैं। इन लोगों ने पहाड़ के नजदीक मिट्टी काटकर कच्चे घर बनाये थे। पीड़ित परिवारों का कहना है कि उनके पास जमीन से संबंधित सर्वे के कागजात भी हैं।
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