दिल्ली में एक कार्यकाल पूरा करने और पंजाब में सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी की नजर अब छत्तीसगढ़ पर है। पार्टी के नेताओं की यहां सक्रियता बढ़ रही है।
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छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है जहां कांग्रेस और भाजपा में सीधा मुकाबला तो होता है मगर तीसरे दल की भी यहां भूमिका होती है। पिछले चुनाव पर नजर डालें तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और अजीत जोगी वाली जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
इस राज्य में संभावनाओं को देखते हुए आप ने अपनी सक्रियता अभी से बढ़ाना शुरू कर दी है। इसी क्रम में दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय और सांसद संदीप पांडे इस इलाके के दौरे पर हैं। यह दोनों नेता यहां दिल्ली सरकार की पानी, बिजली, महिला सुरक्षा और शिक्षा से संबंधित योजनाओं की सफलता की कहानी सुना रहे हैं।
दोनों ही नेताओं ने दिल्ली सरकार की सफलताएं तो गिनाई ही साथ में पंजाब में सरकार बनाने का जिक्र करते हुए कहा कि अब उनकी पार्टी की जिम्मेदारी पहले से कहीं ज्यादा हो गई है।
छत्तीसगढ़ की स्थितियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में माइनिंग माफिया का राज है, सरकारी कर्मचारी सरकार से नाराज है तो दूसरी ओर प्राइवेट स्कूल ने प्रदेश में शिक्षा को धंधा का रुप दे दिया है। वास्तव में कांग्रेस और भाजपा दोनों मिले हुए हैं और जनता को धोखा देने में लगे हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ की जनता के लिए आप के तौर पर विकल्प मिल गया है।
कुल मिलाकर देखा जाए तो आप को लगता है कि वह इस राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बाद तीसरी ताकत के तौर पर उभर सकती है, लिहाजा उसने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अपनी कदमताल को तेज कर दिया है। पार्टी स्थानीय उन नेताओं और कार्यकतार्ओं को लुभाने की कोशिश में भी लगी है जो दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों से नाराज चल रहे हैं, साथ ही यहां की सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय लोगों को भी अपने से जोड़ने की कोशिश हो रही है।
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