बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को अपनी 'प्रगति यात्रा' के क्रम में समस्तीपुर पहुंचे। यहां उन्होंने 500 करोड़ रुपए की विकास योजनाओं का उद्घाटन किया।
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उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात की और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की।
मुख्यमंत्री ने उजियारपुर प्रखंड के रायपुर ग्राम में जिला इमरजेंसी रिस्पॉन्स फैसिलिटी कम ट्रेनिंग सेंटर और 100 बेड वाले छात्रावास तथा अन्य विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने कल्याणपुर के मुक्तापुर मोइन के जीर्णोद्धार कार्यों को देखा। शेखोपुर गांव में मुख्यमंत्री ने 'जल जीवन हरियाली योजना' के तहत विकसित तालाब का जायजा लिया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने कई योजनाओं की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि मुक्तापुर मोइन को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा तथा समस्तीपुर-दरभंगा पथ पर मुक्तापुर में रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी का भी निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा समस्तीपुर शहर के लिए छोटी बेझाडीह से मुक्तापुर में प्रस्तावित आरओबी तक बाइपास सड़क का निर्माण और गंडक नदी पर मगरदही घाट के पास पुराने जर्जर पुल के स्थान पर आरसीसी पुल का निर्माण होगा।
उन्होंने कहा कि सरायरंजन में मेडिकल कॉलेज के लिए बाइपास का निर्माण कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री के साथ यात्रा में शामिल बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि राज्य में 18 साल के शासनकाल में बहुत विकास हुआ है, लेकिन अभी भी कुछ कार्य शेष रह गए हैं।
उन्होंने कहा, "इस 'प्रगति यात्रा' के माध्यम से शेष कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री खुद सुनिश्चित करने के लिए हर जिले में जा रहे हैं कि काम कहां तक हुआ है और बाकी कार्यों की स्थिति क्या है, उसे देख रहे हैं।"
मंत्री विजय चौधरी ने बताया कि 'प्रगति यात्रा' का उद्देश्य उन इलाकों पर विशेष ध्यान देना है, जहां विकास की रफ्तार धीमी रही है। विकास कार्यों को देखना और उस कार्य को पूरा करना 'प्रगति यात्रा' का उद्देश्य है।
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