बिहार के किसानों के लिए टिड्डी दल अब मुसीबत बनते जा रहे हैं। राज्य में टिड्डी दलों के घुसने के बाद 20 जिलों को अलर्ट किया गया है। इस बीच, हालांकि सरकार का दावा है कि टिड्डियों को मारने का काम चल रहा है।
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कृषि विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि राज्य में 20 जिलों को टिड्डियों के कारण अलर्ट घोषित किया गया है। अलर्ट घोषित किए गए सभी जिलों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बीच, कृषि विभाग ने टिड्डियों को मारने के आदेश दिए गए हैं। एक अनुमान के मुताबिक पटना पहुंचे ट्ड्डिी दल में 50 हजार से ज्यादा जबकि भोजपुर पहुंचे टिड्डी दल में 60 हजार से अधिक टिड्डियों के होने का अनुमान है। टिड्डी दलों के आगमन के बाद किसानों के धान के बिचड़े को लेकर चिंता बढ़ी हुई है।
राज्य के पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, नालंदा, नवादा जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार कहते हैं कि बड़ी संख्या में टिड्डियों को मार दिया गया है। उन्होंने कहा कि फसलों की बड़ी क्षति की अब तक सूचना नहीं है। अब तक राज्य के 18 जिलों में टिड्डियों का प्रवेश नहीं हुआ है।
उन्होंने दावा किया कि भोजपुर, रोहतास, कैमूर एवं गोपालगंज में छोटे-छोटे टुकड़ों में दल है। बगहा में भी छोटा समूह देखा गया है। कई क्षेत्रों में आए टिड्डियों का दल दूसरी ओर चले गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभवित जिलों का सर्वेक्षण कर कीटनाषक का छिड़काव किया जा रहा है।
इधर, जहानाबाद में ग्रामीण थाली और ढोल पीटकर टिड्डी दलों को भगाने का प्रयास कर रहे हैं। बाद में षि विभाग के अधिकारियों ने दमकल गाड़ी से दवा का छिड़काव शुरू कर दिया, जिसकी वजह से लाखों की तादाद में टिड्डियां मर गयी।
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