तेलंगाना के समर्थन में इंजीनियरिंग छात्र
Last Updated 19 Jan 2010 02:05:37 PM IST
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हैदराबाद। आंध्र प्रदेश का विभाजन कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन में हो रही देरी से हताश होकर एक छात्र के आत्महत्या करने के बाद मंगलवार को उस्मानिया विश्वविद्यालय परिसर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। तेलंगाना क्षेत्र के सभी विश्वविद्यालयों के छात्रों ने परीक्षाओं का बहिष्कार कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि एमसीए के एक छात्र वेणुगोपाल रेड्डी ने उस्मानिया विश्वविद्यालय में आत्मदाह कर लिया था। मंगलवार तड़के विश्वविद्यालय परिसर में उसका शव मिला।
रेड्डी ने आत्महत्या से पहले एक पत्र लिखकर छोड़ा है, जिसमें कहा गया है कि वह तेलंगाना के गठन में हो रही देरी से हताश हैं और उसे डर है कि हो सकता है नए राज्य का गठन न हो। रेड्डी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पृथक तेलंगाना के गठन में मदद करने की अपील की है।
नलगोंडा जिले का रहने वाला रेड्डी उप्पल के ललिता कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग का छात्र था।
इस आत्महत्या से परिसर में विरोध का माहौल है। छात्रों और शिक्षकों की संयुक्त कार्य समिति (जेएसी)परिसर में शव के साथ विरोध प्रदर्शन कर रही थी। जेएसी के नेताओं की मांग है कि सरकार रेड्डी के परिवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा दे।
जेएसी ने तेलंगाना क्षेत्र में दो दिवसीय बंद का आह्वान किया है और इलाके के छात्रों से परीक्षाओं का बहिष्कार करने के लिए कहा है। विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
छात्र की आत्महत्या से एक दिन पहले ही जेएसी ने केंद्र सरकार से तेलंगाना के जल्दी गठन की मांग करते हुए एक यात्रा शुरू की थी। बीसवें दिन वारंगल में एक आम सभा के साथ यह यात्रा समाप्त होगी।
नवंबर में शुरू हुए तेलंगाना आंदोलन से सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षण प्रभावित हुआ है। कुछ छात्र संघों ने पृथक राज्य का गठन न होने तक परीक्षाओं में न बैठने का निर्णय लिया है।
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