40 दिनों तक जज की कुर्सी पर बैठने वाले चोर की हुई मौत
सुपर नटवर लाल के नाम से मशहूर धनीराम मित्तल की भले ही मौत हो गई, लेकिन उड़की चार सौ बीसी और चोरी की कहानियां सुनाईं जाती रहेंगी।
धनीराम मित्तल |
दिल्ली ,हरियाणा और राजस्थान पुलिस का शायद ही ऐसा कोई कर्मी होगा जो धनीराम मित्तल को ना जानता होगा। उसकी चोरी के सैकड़ों किस्से हैं लेकिन एक उसका कारनामा ऐसा है जो शायद दुनिया के किसी भी चोर या फर्जीवाड़ा करने वाले व्यक्ति ने किया होगा। जी हां वह चालीस दिनों तक कोर्ट में जज की कुर्सी पर बैठा रहा। उस दौरान उसने लगभग ढाई हजार अपराधियों को जमानत दे दी। उसने हजारों गाड़ियां चुराईं, फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर उसने बतौर स्टेशन मास्टर रेलवे में नौकरी भी की थी। वह ग्राफोलॉजी यानी हूबहू लिखावट और हस्ताक्षर करने का मास्टर था। बीते वीरवार को उसकी मौत हो गई जबकि आगामी 26 अप्रैल को उसकी दिल्ली के एक कोर्ट में पेशी थी। कौन था, कहां का था धनीराम मित्तल, आज उसी के बारे में कुछ बताते हैं। धनीराम मित्तल हरियाणा के भिवानी शहर का रहने वाला था। हरियाणा के इस शातिर चोर ने अकेले 1000 से ज्यादा वाहनों की चोरी की घटना को अंजाम दिया। 94 मामलों में गिरफ्तार हुआ और जेल भी गया। धनीराम मित्तल लंबे समय से चोरी और धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता आ रहा था। वह खुद को दुनिया का सबसे बड़ा अहिंसक अपराधी कहता था। उसने अपने जीवन में अनगिनत चोरियां की थीं लेकिन वह सुर्खियों में तब आया जब उसने जज बनकर अपने ही केस में फैसला सुनाया, साथ ही 40 दिनों के अंदर हजारों कैदियों की जमानत भी कराई। इसी वहज से धनीराम मित्तल को देश और दुनिया का सबसे बड़ा चोर माना जाता था।
धनीराम मित्तल भी एक आम युवक की तरह ही था। उसने अच्छी पढ़ाई करने और सरकारी नौकरी के लिए काफी कोशिश की। इसके बावजूद जब वह नौकरी पाने में असफल रहा तो बेहतर जिंदगी की तलाश में उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। सबसे पहले उसने फर्जी कागजातों की मदद से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए। इसके बाद फर्जीवाड़े के आधार पर धनीराम ने सबसे पहले रेलवे में स्टेशन मास्टर की नौकरी हासिल की। धनीराम मित्तल ने एलएलबी की पढ़ाई की थी। इसके अलावा उसने हैंडराइटिंग विशेषज्ञ और ग्राफोलॉजी की डिग्री भी हासिल की थी। इन डिग्रियों का इस्तेमाल करके वह गाड़ी चुराता था और उनके फर्जी कागजात तैयार करके उन्हें बेच देता था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार धनीराम मित्तल भारत में कारों की चोरी करने वाला सबसे बड़ा चोर था। उसने 1000 से ज्यादा कार चोरी करके बेची थीं। खास बात यह है कि धनीराम मित्तल दिन में ही चोरी करता था।
उसके जज बनने की कहानी भी बड़ी रोचक है। धनीराम मित्तल ने फर्जी कागजात तैयार करके हरियाणा के झज्जर कोर्ट के एडिशनल सेशन जज को करीब दो महीने की छुट्टी पर भेज दिया और खुद जज की कुर्सी पर बैठ गया था। इन दो महीनों में उसने 2000 से ज्यादा अपराधियों को जमानत पर रिहा कर दिया था। इसके साथ ही कई लोगों को उसने अपने फैसले से जेल भी भिजवाया था। हालांकि, बाद में मामले का खुलासा हुआ लेकिन तब तक धनीराम वहां से फरार हो चुका था। इसके बाद जिन अपराधियों को उसने जमानत पर रिहा किया था, उन्हें फिर से जेल में डाला गया। जानकारी के अनुसार उसके जीवन पर एक बॉलीवुड मूवी भी बनने जा रही है।
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