अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के श्रीविग्रह की स्थापना होने जा रही है।
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इसके साथ ही उल्लास-उमंग और तरंग को बढ़ाने के लिए तमाम प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन भी कराए जाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिससे अयोध्या न केवल देश बल्कि दुनिया में भी चर्चाओं के केंद्र में रहेगी।
इसी प्रयास के तहत यहां पर इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल का आयोजन की भी तैयारी की जा रही है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने अयोध्या में इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल के आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। संभव है कि 19 से 21 जनवरी के मध्य इसका आयोजन हो सकता है तथा इसमें देश-दुनिया के प्रख्यात पतंगबाजों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
इस पूरी प्रक्रिया को मूर्त रूप देने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा प्राइवेट एजेंसी को संबद्ध किया जाएगा।
एक अधिकारी ने बताया कि फेस्टिवल के आयोजन के लिए अस्थायी संरचनाओं और संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास और इवेंट प्रबंधन की संकल्पना, डिजाइन, निष्पादन और पर्यवेक्षण के लिए एजेंसी की नियुक्ति के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल फॉरमेट माध्यम से आवेदन मांगे हैं।
इसके जरिए प्राप्त होने वाले आवेदनों में से इस कार्यक्रम को निष्पादित करने के लिए एजेंसी का निर्धारण किया जाएगा। इस निर्धारण प्रक्रिया को 8 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल के आयोजन की संपूर्ण रूपरेखा तैयार की जाएगी।
इस आयोजन को भव्य स्तर पर कराने के लिए देश-विदेश में होने वाले विभिन्न काइट फेस्टिवल्स से प्रेरणा ली जा रही है। अयोध्या में होने वाले इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल को दो दिनी फॉर्मैट में आयोजित किया जाएगा और 19 से 20 या 20 से 21 जनवरी के मध्य इसका आयोजन फाइनल रोडमैप रोलआउट होने के बाद किया जाएगा।
आयोजन में विशिष्ट आमंत्रितों को बैठाने के लिए 50 वीवीआईपी सोफा वाले लाउंज का निर्माण किया जाएगा। कार्यक्रम में 350 कुशंड चेयर्स व 350 अन्य चेयरों की व्यवस्था भी की जाएगी। प्रतियोगियों व आयोजन में शिरकत करने वाले लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए वॉलेंटियर्स व होस्टेसेस की तैनाती की जाएगी। यहां पर फूड काउंटर पर परोसे जाने वाले खाने में भी देसी तड़के को तरजीह देते हुए मिलेट्स से बने पकवान पेश किए जाएंगे। साथ ही अवधी जायकों का भी लुत्फ उठाने का मौका लोगों को मिलेगा।
इसके साथ ही यहां होने वाले आयोजन के दौरान बंदरों से टेंटों व उपकरणों को बचाने के लिए भी एहतियातन व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। वहीं, आयोजन की फिल्मिंग के लिए विभिन्न प्रकार के हाई क्वॉलिटी कैमरा सेटअप तथा साउंड सेटअप को भी लगाया जाएगा। मकर संक्रांति पर वैसे भी अयोध्या समेत देश के विभिन्न इलाकों में पतंगबाजी होती ही है, ऐसे में यह आयोजन न केवल अयोध्या बल्कि देश-विदेश में चर्चाओं के केंद्र में रहकर खूब सुर्खियां बटोरेगा।
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