पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आयकर अधिकारियों को उन हेलीकॉप्टर की जांच करने की चुनौती दी, जिनका इस्तेमाल चुनाव प्रचार करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता कर रहे हैं।
|
ममता का यह बयान तृणमूल कांग्रेस (TMC) के उस दावे को लेकर उपजे विवाद के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि पार्टी नेता अभिषेक बनर्जी द्वारा इस्तेमाल किए गए हेलीकॉप्टर को निशाना बनाकर आयकर अधिकारियों द्वारा ‘छापा’ मारा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘आयकर अधिकारियों ने छापेमारी की और परीक्षण (ट्रायल रन) से पहले अभिषेक बनर्जी के हेलीकॉप्टर की तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला। उन आयकर अधिकारियों ने दावा किया कि उनके पास सूचना थी कि हेलीकॉप्टर में पैसा और सोना है, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। हम इस तरह की गतिविधियों में लिप्त नहीं रहते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह भाजपा है, जो इस तरह की चीजों में शामिल है। लेकिन क्या केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी कभी भाजपा नेताओं के हेलीकॉप्टर की जांच करने की हिम्मत करेंगे।’’
तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को कहा कि उसके महासचिव अभिषेक बनर्जी के हेलीकॉप्टर पर कोलकाता के बेहाला फ्लाइंग क्लब में आयकर अधिकारियों ने छापा मारा और आरोप लगाया कि यह उन विपक्षी उम्मीदवारों को परेशान करने और डराने-धमकाने के लिए भाजपा की सुनियोजित चाल है, जिनसे वह राजनीतिक रूप से मुकाबला नहीं कर सकते।
‘छापा’ मारे जाने के संबंध में तृणमूल के दावे को लेकर उपजे विवाद पर आयकर विभाग के सूत्रों ने दावा किया कि तलाशी या सर्वेक्षण जैसी कोई कार्रवाई नहीं की गई और तृणमूल कांग्रेस के नेता हेलीकॉप्टर में मौजूद भी नहीं थे।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने और चुनाव में सभी विपक्षी दलों को समान अवसर नहीं प्रदान करने का आरोप लगाया।
| | |
|