भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय का टिकट कटने के बाद इंदौर-3 क्षेत्र के चुनावी समीकरण बदल गए हैं और अब मुख्य भिड़ंत भाजपा और कांग्रेस की ओर से मैदान में उतारे गए नये चेहरों के बीच है।
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हालांकि, इस सीट पर वंशवाद की चुनावी राजनीति की छाया बरकरार है क्योंकि दोनों नये उम्मीदवार भी शहर के पुराने नेताओं के परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
भाजपा इस क्षेत्र के मौजूदा विधायक आकाश विजयवर्गीय की जगह इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) के उपाध्यक्ष राकेश शुक्ला गोलू (48) को चुनाव लड़ा रही है, जबकि कांग्रेस ने दीपक जोशी पिंटू (42) को मैदान में उतारा है।
राकेश शुक्ला गोलू भाजपा के दिवंगत नेता विष्णुप्रसाद शुक्ला के भतीजे और इंदौर-1 के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के चचेरे भाई हैं, तो दीपक जोशी पिंटू कांग्रेस के दिवंगत नेता महेश जोशी के बेटे हैं। महेश जोशी को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह अपना राजनीतिक गुरु बताते हैं।
राज्य की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर के पारंपरिक बाजारों को समेटने वाले इंदौर-3 क्षेत्र से खुद महेश जोशी और उनके भतीजे अश्विन जोशी भी विधायक रहे थे।
वर्ष 1980 के विधानसभा चुनावों से लेकर मौजूदा विधानसभा चुनावों तक यह नौवीं बार है, जब इंदौर-3 से जोशी परिवार का कोई सदस्य फिर चुनावी मैदान में है।
कांग्रेस प्रत्याशी दीपक जोशी पिंटू ने शनिवार को "पीटीआई-" से कहा,‘‘इंदौर-3 से सबसे ज्यादा कर सरकारी खजाने में जमा किया जाता है, लेकिन पीने के पानी, सीवर लाइन, सड़कों, यातायात और अन्य बुनियादी सुविधाओं के मामले में यह इलाका शहर में सबसे पिछड़ा है। इस इलाके के सुनियोजित विकास की जरूरत है।’’
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