समाजवादी पार्टी (SP), तृणमूल कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने मंगलवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कुछ मुद्दों को लेकर हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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सदन में प्रश्नकाल समाप्त होते ही अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न विपक्षी सदस्यों के कार्य स्थगन नोटिस की सूचना दी। इसी दौरान सपा, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य कुछ मुद्दे को लेकर नारेबाजी करने लगे। कुछ सपा सदस्यों के हाथों में तख्तियां भी थीं।
अध्यक्ष बिरला ने सदस्यों से तख्ती और पोस्टर नहीं दिखाने का आग्रह करते हुए कहा, ‘‘अगर आप तख्ती लेकर आएंगे तो सदन नहीं चलेगा। मैं शून्यकाल में आपको सभी मुद्दों पर बोलने की अनुमति दूंगा।’’
सपा के सदस्य अपने नेता अखिलेश यादव को बोलने देने की मांग कर रहे थे। इस दौरान कुछ सदस्य आसन के समीप आ गए।
अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अखिलेश जी आप इनसे तख्ती नीचे रखने को कहें। मैंने कह दिया है कि शून्यकाल की सूची पूरी होने के बाद अखिलेश जी को बोलने की अनुमति दूंगा।’’
इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्य कल्याण बनर्जी जोर-जोर से नारे लगा रहे थे।
बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाकर बैठने और कार्यवाही चलने देने की अपील करते हुए कहा, ‘‘आप सदन नहीं चलाना चाहते? शून्यकाल नहीं चलाना चाहते? शून्यकाल महत्वपूर्ण समय होता है। इसमें कई सदस्यों को बोलना है।’’
उन्होंने कहा कि वह सदस्यों को शून्यकाल में सभी मुद्दे उठाने की अनुमति देंगे।
अध्यक्ष ने सदस्यों के नारे लगाने पर भी नाखुशी जताते हुए कहा, ‘‘नारेबाजी सदन के बाहर कीजिए। सदन में इसकी अनुमति नहीं है। अगर सदन में गतिरोध पैदा करेंगे, नारेबाजी करेंगे तो सदन नहीं चलेगा। सदन व्यवस्था और नियम प्रक्रिया से चलेगा, मर्यादा से चलेगा।’’
बिरला की अपील का विपक्षी सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ। सदन में हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर करीब 12.05 बजे अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
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