बांग्लादेश में हिंदुओं के मानवाधिकार उल्लंघन पर दुनिया की चुप्पी उचित नहीं

Last Updated 19 Oct 2024 06:57:54 AM IST

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत के पड़ोस में हिंदुओं के मानवाधिकार उल्लंघन का जिक्र करते हुए इस मुद्दे को लेकर दुनिया की चुप्पी पर शुक्रवार को सवाल उठाया और कहा कि इस तरह के उल्लंघन के प्रति ‘अत्यधिक सहिष्णु’ होना उचित नहीं है।


भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

धनखड़ ने ‘तथाकथित नैतिक उपदेशकों, मानवाधिकारों के संरक्षकों की गहरी चुप्पी’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी असलियत सामने आ गई है। 

उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘वे ऐसी चीज के भाड़े के टट्टू हैं जो पूरी तरह से मानवाधिकारों के प्रतिकूल है।’

उन्होंने कहा कि ‘हम बहुत सहिष्णु’ हैं और इस तरह के अपराधों के प्रति अत्यधिक सहिष्णु होना उचित नहीं है।

धनखड़ ने लोगों से आत्मचिंतन करने की अपील करते हुए कहा, ‘सोचिए कि क्या आप भी उनमें से एक हैं।’

उन्होंने कहा, ‘लड़के, लड़कियों और महिलाओं को किस तरह की बर्बरता एवं यातना और मानसिक आघात झेलना पड़ता है, उस पर गौर कीजिए।’

उन्होंने कहा, ‘देखिए कि हमारे धार्मिक स्थलों को अपवित्र किया जा रहा है।’ बहरहाल, उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया। 

उपराष्ट्रपति ने साथ ही कहा कि कुछ हानिकारक ताकतें भारत की ‘खराब छवि’ पेश करने की कोशिश कर रही हैं और उन्होंने ऐसे प्रयासों को बेअसर करने के लिए ‘प्रतिघात’ करने का आह्वान किया। धनखड़ ने कहा, भारत को दूसरों से मानवाधिकारों पर उपदेश या व्याख्यान सुनना पसंद नहीं है।

भाषा
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment