धरती के बेहद करीब से गुजरा हवाई जहाज के बराबर एस्टेरॉयड, NASA ने दी जानकारी

Last Updated 23 Jul 2024 06:12:39 PM IST

एस्टेरॉयड को पृथ्वी के लिए खतरा बताया जाता है। अगर धरती से एस्टेरॉयड टकराता है, तो ऐसे में तबाही मच सकती है। ऐसा बताया जाता है कि एक बार पृथ्वी से एस्टेरॉयड की टक्कर हुई थी, जिसके बाद डायनासोर खत्म हो गए थे।


धरती के बेहद करीब से गुजरा हवाई जहाज के बराबर एस्टेरॉयड

इसके बाद, साइंटिस्ट ने कई बार पृथ्वी के पास से गुजरने वाले एस्टेरॉयड के टकराने की संभावना जताई लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ। अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक विशाल एस्टेरॉयड को लेकर अलर्ट जारी किया है। नासा ने बताया है कि एक ही दिन दोनो ही एस्टेरॉयड धरती के करीब पहुंच रहे हैं।

दो बड़े क्षुद्रग्रह (Asteroid) धरती के बेहद पास आ रहे हैं। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) ने इसको लेकर अलर्ट  जारी किया है। दोनों ही एस्टेरॉयड आम तौर पर धरती के करीब से गुजरने वाले पिंडों (Bodies) की तुलना में काफी बड़े हैं। इनमें एस्टेरॉयड 2024 LY2 किसी बिल्डिंग के जितना बड़ा है, तो दूसरे एस्टेरॉयड 2024 NH का आकार हवाई जहाज के जैसा है। स्पेस एजेंसी ने दोनों एस्टेरॉयड के धरती पर असर के बारे में भी जानकारी दी है।  सौरमंडल (Solar System) में सूर्य का चक्कर लगाने वाले आकाशीय पिंडों को एस्टेरॉयड कहा जाता है। लेकिन एस्टेरॉयड  ग्रहों (Planets) से छोटे होते हैं।

नासा के मुताबिक, एस्टेरॉयड 2024 LY2 आकार में एक बड़ी बिल्डिंग  के आकार के तरह है। इसका व्यास (Diameter) 290 फीट यानी 88 मीटर है। धरती के पास आ रहा एस्टेरॉयड  मंगलवार को सबसे करीब 4,587,455 किमी की दूरी पर पहुंचेगा। इसका अंतर चंद्रमा और पृथ्वी की दूरी का 12 गुना है। इसकी दूरी सामान्य तौर पर भले ही बहुत दूर लग सकती है, लेकिन खगोलीय (astronomical) नजरिए से इसे बहुत करीब से गुजरा माना जाता है। साइंटिस्ट इस एस्टेरॉयड पर  नजर रख रहे हैं।

धरती के करीब आ रहा दूसरा एस्टेरॉयड 2024 NH एक हवाई जहाज के आकार का है। इसका व्यास (Diameter) 92 फीट यानी 28 मीटर है। लेकिन पहले एस्टेरॉयड से छोटा है और धरती से  दूर भी होगा। मंगलवार को एस्टेरॉयड जिस बिंदु पर धरती के सबसे करीब होगा, उसकी दूरी 31.3 लाख किलोमीटर होगी। छोटे आकार के बावजूद धरती के करीब आने से खगोलविदों (astronomers) को इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।

खगोलविद (astronomer) उन आकाशीय पिंडों को खतरे के रूप में देखते हैं, जिनका आकार 150 मीटर से ज्यादा होता है और धरती से उनकी दूरी 74 लाख किलोमीटर से कम हो। मंगलवार को धरती के करीब आ रहे दोनों एस्टेरॉयड 150 मीटर से छोटे हैं। नासा के सेंटर फॉर नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज से दोनों क्षुद्रग्रहों (Asteroids)  की निगरानी की जा रही है। इसने बताया है कि इन दोनों क्षुद्रग्रहों के पृथ्वी से टकराने का कोई खतरा नहीं है।

समय लाइव डेस्क
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment