Parliament Session: BJP सांसद ओम बिरला दूसरी बार बने लोकसभा स्पीकर, PM मोदी, राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने दी बधाई

Last Updated 26 Jun 2024 11:35:51 AM IST

बीजेपी सांसद ओम बिरला(OM Birla) 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए। ओम बिरला दूसरी बार इस पद पर आसीन हुए है।


ओम बिरला ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा के नए स्पीकर चुने गए हैं।  स्पीकर चुने जाने के बाद, परंपरा के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और और विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें चेयर तक लेकर गए।

बिरला के चेयर संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने दूसरी बार लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई दी है।

इससे पहले पीएम मोदी और राहुल गांधी ने एक दूसरे से हाथ भी मिलाया। दोनों नेताओं ने ओम बिरला को भी बधाई दी।

ओम बिरला के अध्यक्ष के आसन पर बैठने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें दूसरी बार लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई देते हुए कहा, "ये सदन का सौभाग्य है कि आप दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं। आपको और इस पूरे सदन को मैं बहुत बहुत बधाई देता हूं। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के रूप में एक बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है। हम सबको विश्वास है कि आप आने वाले 5 साल हम सब का मार्गदर्शन करेंगे और देश की आशाओं-अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए ये सदन जो दायित्व निभाएगा, उसमें आपकी बहुत बड़ी भूमिका रहेगी। 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार आपने संभाला है, ये अपने आप में एक नया रिकॉर्ड बनते हुए हम देख रहे हैं। बलराम जाखड़ ऐसे पहले अध्यक्ष थे, जिन्हें 5 साल का कार्यकाल पूरा करके, फिर दोबारा स्पीकर बनने का अवसर मिला था। उनके बाद आप हैं, जिन्हें 5 साल पूर्ण करने के बाद दोबारा इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है।"

पीएम मोदी ने आगे कहा, "जो कार्य आजादी के 70 साल में नहीं हुए थे, 17वीं लोकसभा के दौरान आपकी अध्यक्षता में इस सदन ने वो करके दिखाए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि 17वीं लोकसभा की उपलब्धियों पर देश आज भी और भविष्य में भी गर्व करेगा। हमारा ये संसद 140 करोड़ देशवासियों की आशा का केंद्र है। संसद की कार्यवाही, जवाबदेही और आचरण हमारे देशवासियों के मन में लोकतंत्र के प्रति निष्ठा को और अधिक मजबूत बनाते हैं। आपके मार्गदर्शन में 17वीं लोकसभा की उत्पादकता 25 साल के उच्चतम स्तर पर 97 प्रतिशत रही। इसके लिए सभी माननीय सदस्यों के साथ-साथ आप विशेष अभिनंदन के अधिकारी हैं। मुझे विश्वास है कि आप तो सफल होने ही वाले हैं। लेकिन आपकी अध्यक्षता में ये 18वीं लोकसभा भी सफलतापूर्वक देश के नागरिकों के सपनों को पूरा करेगी।"

वहीं विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, टीएमसी से सुदीप बंदोपाध्याय और डीएमके से टीआर बालू सहित कई अन्य विरोधी नेताओं ने भी ओम बिरला को दोबारा से लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई देते हुए उनसे विपक्षी दलों को भी सदन की कार्यवाही में तवज्जो देने का आग्रह किया।

इससे पहले बुधवार को सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले उन नवनिर्वाचित सांसदों का नाम शपथ लेने के लिए पुकारा गया जिन्होंने अब तक संसद सदस्यता की शपथ नहीं ली है।

इसके बाद सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन को बताया कि लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर उन्हें 16 नोटिस मिले हैं। उन्होंने सबसे पहले प्रस्ताव पेश करने के लिए पीएम मोदी का नाम लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में नए लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन किया।

इसके बाद जेडीयू नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष के लिए ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया, जिसका रालोद सांसद राजकुमार सांगवान ने समर्थन किया। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लोकसभा स्पीकर के लिए ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया, जिसका समर्थन केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।

इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया। एनडीए में शामिल अन्य घटक दलों की तरफ से शिवसेना नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव, लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास) के मुखिया एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जेडीएस नेता एवं केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी, टीडीपी नेता एवं केंद्रीय मंत्री के. राममोहन नायडू , अपना दल (एस) नेता एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल सहित कई अन्य नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सदन में ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया और एनडीए के अन्य कई नेताओं ने इसका समर्थन किया।

वहीं विपक्षी गठबंधन की तरफ से शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद अरविंद सांवत ने लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव सदन में रखा, जिसका आरएसपी नेता एनके प्रेमचंद्रन ने समर्थन किया। विपक्षी दलों की तरफ से अन्य कई नेताओं ने भी के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव सदन में रखा और कई सांसदों ने उनका समर्थन किया।

सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ध्वनिमत से ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा कर दी। विपक्षी दलों की तरफ से मत विभाजन की मांग नहीं करने के कारण बिरला ध्वनिमत से ही अध्यक्ष चुन लिए गए।


 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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