दिल्ली एयरपोर्ट पर शशि थरूर के पूर्व सहयोगी गिरफ्तार, सोने की तस्करी करते पकड़े गए
सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर के एक पूर्व कर्मचारी और एक अन्य व्यक्ति को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सोने की तस्करी के एक कथित मामले में हिरासत में लिया है।
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विदेश से सोने की तस्करी के मामले में कांग्रेस सांसद शशि थरूर के निजी सहायक (PA) के पकड़े जाने के बाद अब कस्टम विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि उन्हें हवाई अड्डे में प्रवेश के लिए एंट्री परमिट किन परिस्थितियों में जारी किया गया था।
तिरुवनंतपुरम सीट से लोकसभा सांसद के पीए शिवकुमार को कस्टम विभाग ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 पर बुधवार को उस समय गिरफ्तार किया था जब उन्होंने विदेश से आये एक यात्री से 500 ग्राम की सोने की चेन ली थी।
कस्टम विभाग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि बैंकॉक से उड़ान संख्या टीजी 323 से 29 मई को आये एक भारतीय नागरिक पर शक के आधार पर सोने की तस्करी का मामला दर्ज किया गया। आगे जांच में पता चला कि तस्करी में एक और व्यक्ति का हाथ है जो हवाई अड्डे पर उस यात्री से सोना लेने के लिए आया था। उस व्यक्ति के पास से 500 ग्राम की सोने की चेन बरामद की गई जो उसे बैंकॉक से आये यात्री ने अराइवल हॉल में दिया था।
बयान में कहा गया है, "जांच में पता चला कि उस व्यक्ति (सोना लेने वाले) के पास हवाई अड्डे में प्रवेश के लिए वैध एयरोड्रम एंट्री परमिट थी। इस बात की जांच की जा रही है कि उसे एक संसद सदस्य की प्रोटोकॉल टीम के सदस्य के रूप में एयरोड्रम एंट्री परमिट किन परिस्थितियों में जारी किया गया था।"
बयान में कहा गया है कि बरामद सोने को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 की धारा 110 के तहत जब्त कर लिया गया है और जांच जारी है।
लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने धर्मशाला आए थरूर ने कहा कि वह अपने स्टाफ के पूर्व सदस्य से जुड़ी घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हैं।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, " वह 72 वर्षीय सेवानिवृत्त व्यक्ति हैं, जिनका लगातार डायलिसिस होता है और उन्हें अनुकंपा के आधार पर, अंशकालिक आधार पर रखा गया था।"
उन्होंने लिखा, "मैं किसी भी कथित गलत काम का समर्थन नहीं करता और मामले की जांच के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के अधिकारियों के प्रयासों का पूरा समर्थन करता हूं। कानून को अपना काम करना चाहिए।"
While I am in Dharamshala for campaigning purposes, I was shocked to hear of an incident involving a former member of my staff who has been rendering part-time service to me in terms of airport facilitation assistance. He is a 72 year old retiree undergoing frequent dialysis and…
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 30, 2024
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