लोगों को बेहतर सेवाएं देने के लिये कर्मचारियों को स्थानीय भाषा सीखने की जरूरत: सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि नौकरी के लिये चयनित और जरूरत के अनुसार अन्य राज्यों में नियुक्त होने वाले कर्मचारियों को स्थानीय भाषा सीखनी चाहिए। इससे वे लोगों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करा सकेंगे।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (फाइल फोटो) |
सीतारमण ने रोजगार मेले में सफल उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद उम्मीदवारों को तमिलनाडु स्थित सार्वजनिक उपक्रमों में नौकरी के लिये आवेदन करने को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने केंद्र के रोजगार मेले का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार अक्टूबर, 2022 से इसका आयोजन कर रही है और अबतक लगभग 10 लाख लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपे गये हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज देशभर में 51,000 नियुक्ति पत्र डिजिटल तरीके से उम्मीदवारों को दे रहे हैं। तमिलनाडु से 553 लोगों को नियुक्ति पत्र दिये जा रहे हैं।
उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम या बैंक में चयन के बाद उम्मीदवारों की तरफ से दी जाने वाली सेवाओं की डिलिवरी में सुधार के लिये स्थानीय भाषा सीखने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्थानीय भाषाओं के जरिये ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दी जा सकती है।
सीतारमण ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि किसी उम्मीदवार को कर्नाटक में नौकरी मिली है तो उसे कन्नड़ सीखनी चाहिए। यदि वह तमिलनाडु में तैनात है, तो उसे तमिल सीखनी चाहिए। उम्मीदवारों को स्थानीय भाषा का ज्ञान नहीं होने के कारण, सेवा आपूर्ति में ढिलाई आ रही है।
नियुक्ति पत्र राजपत्रित और अराजपत्रित दोनों श्रेणी के कर्मचारियों को दिये गये हैं।
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