Parliament: विदेश मंत्री के बयान के समय विपक्षियों का हंगामा, पीयूष गोयल ने अधीर रंजन को बोलने से रोका

Last Updated 27 Jul 2023 01:15:54 PM IST

केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को राज्य सभा के बाद लोक सभा में भी भारतीय विदेश नीति की सफलता को लेकर स्वतः ही बयान दिया।


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्य सभा में विपक्षी दलों के व्यवहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह कैसा 'इंडिया' है जो 'इंडिया की उपलब्धियों को सुनना ही नहीं चाहता। विदेश मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे राज्य सभा में भारतीय विदेश नीति की सफलता को लेकर स्वतः ही बयान दे रहे थे, लेकिन विपक्ष भारत की उपलब्धियों को सुनने को तैयार ही नहीं है।

उन्होंने कहा कि विदेश नीति के मोर्चे पर आमतौर पर देश में राजनीतिक एकता रही है। प्रधानमंत्री के हाल के अमेरिका सहित कई अन्य देशों के दौरे के दौरान भारत ने कई बड़ी सफलताएं और उपलब्धियां हासिल की है। यह उपलब्धियां भारत की उपलब्धियां हैं, देश की उपलब्धियां हैं, जिसके बारे में वह सदन को जानकारी दे रहे थे। लेकिन विपक्ष यह तय कर चुका है कि कुछ भी हो जाये, लेकिन वो भारत की उपलब्धियों को सुनना नहीं चाहते।

विदेश मंत्री ने विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये इंडिया इंडिया की बात करते हैं लेकिन इंडिया के हितों की बात ही नहीं सुनना चाहते। उन्होंने कहा कि यह कैसा 'इंडिया' है जो 'इंडिया की उपलब्धियों को सुनना ही नहीं चाहता।

उनके बयान देने के दौरान भी विपक्षी दलों का हंगामा जारी रहा। इस बीच अधीर रंजन चौधरी लगातार बोलने की कोशिश करते रहे।

विदेश मंत्री के बयान के बाद पीठासीन अधिकारी किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने चौधरी से कहा कि वे उन्हें बोलने का मौका तभी देंगे जब हाउस आर्डर में होगा। इसके बाद अधीर रंजन चौधरी के कहने पर वेल में हंगामा कर रहे विपक्षी सांसद अपनी-अपनी सीट पर लौट गए।

लेकिन, जैसे ही कांग्रेस नेता चौधरी ने बोलना शुरू किया, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने खड़े होकर विरोध जताते हुए कहा कि यह ठीक नहीं है। इन्होंने विदेश मंत्री को बोलने नहीं दिया, इसलिए वे भी कांग्रेस नेता को बोलने नहीं देंगे। इस बीच पीयूष गोयल ने काले कपड़े को लेकर विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि इनका कल भी काला था, आज भी काला है और भविष्य भी काला होगा।

भाजपा सांसद काले कपड़े को लेकर नारेबाजी करने लग गए, विपक्षी सांसद फिर से वेल में आ गए। दोबारा से हंगामा और नारेबाजी शुरू हुई। वेल में नारेबाजी करते कुछ विपक्षी सांसद कागज फाड़ते नजर आए। हंगामा बढ़ने पर पीठासीन अधिकारी किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने लोक सभा की कार्यवाही को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

3 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू होते ही केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पीठासीन अधिकारी से कागज फाड़ने वाले सांसदों को नामित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। पीठासीन अधिकारी किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने भी इस व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि कागज फाड़ कर फेंकना गलत है, ऐसा नहीं करना चाहिए।

 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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