लोकसभा में चार सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही दो बजे तक स्थगित
कांग्रेस के चार सांसदों के निलंबन को वापस लेने की मांग करते हुए सोमवार को कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा में हंगामा किया जिस वजह से सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब पांच मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
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सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन का उल्लेख किया और पूरे सदन ने मेजें थपथपाकर भारतीय पदक विजेताओं की सराहना की।
इसके बाद बिरला ने जब प्रश्नकाल आरंभ करवाया तो कुछ विपक्षी दलों के सदस्य नारेबाजी करने लगे। वे कांग्रेस के चार सदस्यों के निलंबन को वापस लेने की मांग कर रहे थे। उन्होंने ‘निलंबन वापस लो’ के नारे लगाए।
लोकसभा में विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के दौरान तख्तियां दिखाकर प्रदर्शन करने और आसन की अवमानना करने के मामले में गत 25 जुलाई को कांग्रेस के चार सदस्यों- मणिकम टैगोर, टी एन प्रतापन, ज्योतिमणि और राम्या हरिदास को चालू सत्र की शेष अवधि के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया था।
सदन में नारेबाजी के बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘‘अध्यक्ष जी, आपकी अनुमति से आज महंगाई पर चर्चा कार्यसूची में है। ये लोग (विपक्षी सदस्य) सदन में चर्चा करना नहीं चाहते। ये सदन चलने दें।’’
लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर बैठने और सदन चलने देने की अपील की।
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने करीब 11 बजकर पांच मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों का हंगामा, कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित
शिवसेना सहित अन्य विपक्षी सदस्यों के हंगामे की वजह से सोमवार को राज्यसभा की बैठक शुरू होने के महज पांच मिनट के अंदर ही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया।
सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के लिए केंद्रीय मंत्री वी के सिंह का नाम पुकारा। सिंह अभी अपनी सीट पर खड़े होकर बोल ही रहे थे कि शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य आसन के निकट आकर हंगामा और नारेबाजी करने लगे।
नायडू ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह जिस मामले को लेकर हंगामा ओर नारेबाजी कर रहे हैं, उसका सदन से कोई लेना देना नहीं है।
अन्य सदस्यों ने अपने अपने मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।
सभापति ने शिवसेना सदस्य अनिल देसाई का नाम ले कर कहा कि वह हंगामा न करें और सदन की कार्यवाही चलने दें। कहा, ‘‘आप सदन के बाहर अपना राजनीतिक हिसाब किताब
करें।’’
हालांकि, इसके बावजूद सदस्यों का हंगामा जारी रही जिसे देखते हुए सभापति ने कार्यवाही पांच मिनट के भीतर ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को रविवार को गिरफ्तार किया है। पार्टी की सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा के लिए कार्यस्थगन का नोटिस दिया था।
संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हुआ है और विभिन्न मुद्दों पर हंगामे की वजह से कार्यवाही बार बार बाधित होने के चलते अब तक एक बार भी उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया है।
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