हेलीकॉप्टर दुर्घटना : मप्र के गांव में शोक की लहर
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के धमांडा गांव में बुधवार दोपहर भारतीय वायुसेना के एमआई17 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर लगते ही शोक की लहर दौड़ गई। इस दुर्घटना में दुखद रूप से भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की जान चली गई। यह हादसा तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर के पास हुआ।
हेलीकॉप्टर दुर्घटना : मप्र के गांव में शोक की लहर |
राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 60 किलोमीटर दूर धमांडा गांव के निवासी नायक जितेंद्र कुमार दुर्भाग्यपूर्ण रूप से क्रैश हुए हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में शामिल थे। हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, जितेंद्र कुमार और 10 अन्य लोगों की मौत हो गई।
सीडीएस स्टाफ कोर्स के फैकल्टी और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए नीलगिरी हिल्स के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के दौरे पर थे।
बुधवार को चिंतित ग्रामीण जितेंद्र कुमार पर अपडेट पाने के लिए लगातार न्यूज चैनल बदल रहे थे। जब तक कि भारतीय वायुसेना ने मृतकों के नामों की घोषणा नहीं की, उनके घर पर इकट्ठा हुए परिवार के सदस्य और पड़ोसी उनकी 'सुरक्षा और स्वस्थ होने' के लिए प्रार्थना कर रहे थे।
जितेंद्र की मौत की खबर लगते ही परिवार और पूरे गांव में मातम छा गया। उनकी सारी उम्मीदें टूट गईं और सभी वीर पुत्र के निधन पर मातम मनाने लगे।
यह अनुमान लगाते हुए कि सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ सकते हैं, इसलिए बाद में एक पुलिस दल कुमार के घर के पास सुरक्षा बढ़ाने के लिए पहुंचा।
आंखों में आंसू लिए, 31 वर्षीय 3 पैरा (एसएफ) से जुड़े जांबाज के परिवार के सदस्य और ग्रामीण एक दर्दनाक क्षण - पार्थिव शरीर को प्राप्त करने - की तैयारी कर रहे हैं।
धमांडा गांव के निवासी नितिन सिंह ने आईएएनएस को बताया, "कुमार के पिता शिवनारायण वर्मा को उन पर न केवल इसलिए गर्व था, क्योंकि उनका बेटा देश की सेवा कर रहा था, बल्कि इसलिए भी कि उनका बेटा जनरल रावत का निजी सुरक्षा अधिकारी था।"
कुमार, जिनके दो बच्चे हैं - एक चार साल की बेटी और दो साल का बेटा - आखिरी बार नवंबर में अपने घर आए थे।
जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत भी मध्य प्रदेश के शहडोल जिले की रहने वाली थीं। वह शहडोल के सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार के विधायक मृगेंद्र सिंह की बेटी थीं।
जनरल रावत के अलावा मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, नायक विवेक कुमार, नायक बी. साई तेजा और हवलदार सतपाल जनरल उस हेलीकॉफ्टर में यात्रा कर रहे थे, जो दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।
उनके अलावा दो पायलट, एक ग्रुप कैप्टन और एक गनर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से क्रैश हुए हेलीकॉप्टर में सवार थे। कुल 14 सवार लोगों में से एक ग्रुप कैप्टन की जान बच पाई है, जिनका फिलहाल इलाज चल रहा है।
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