झारखंड के नौ जिलों में 50 फीसदी से कम टीकाकरण, शुरू हुआ हर घर दस्तक अभियान
झारखंड में कोविड टीकाकरण को गति देने के लिए मंगलवार से हर घर दस्तक अभियान शुरू किया गया है। जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज नहीं ली है, स्वास्थकर्मी उनके घर पर जाकर उनसे टीका लेने का आग्रह कर रहे हैं।
![]() (फाइल फोटो) |
झारखंड उन राज्यों में है, जहां टीकाकरण की रफ्तार अपेक्षाकृत कम है। राज्य के नौ जिले तो ऐसे हैं, जहां पचास प्रतिशत से कम आबादी को टीके लगे हैं। केंद्र सरकार ने ऐसे जिलों में टीकाकरण की गति तेज करने का निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को टीकाकरण कार्यक्रम की गति की समीक्षा करने वाले हैं। झारखंड सरकार को सूचित किया गया है कि इस दौरान वह झारखंड के उन नौ जिलों के उपायुक्तों से भी बात करेंगे, जहां पचास प्रतिशत से कम टीकाकरण हुआ है। इन जिलों में पाकुड़ में 37.1 प्रतिशत, साहिबगंज में 39.2प्रतिशत, गढ़वा में 42.7प्रतिशत, देवघर में 44.7प्रतिशत, पश्चिम सिंहभूम में 47.8प्रतिशत, गिरिडीह में 48.1प्रतिशत, लातेहार में 48.3प्रतिशत, गोड्डा में 48.3 प्रतिशत और गोड्डा में 49.9 प्रतिशत आबादी को टीके का पहला डोज लग पाया है।
आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अभी भी 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के तकरीबन 38 लोगों ने वैक्सीन का पहला डोज भी नहीं लिया है। 22 लाख से भी ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिन्होंने टीके का दूसरा डोज नहीं लिया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को ऐसे लोगों को टीके दिलाने के लिए सघन अभियान चलाने का निर्देश दिया है। हर घर दस्तक अभियान के दौरान लोगों को प्रेरित कर टीकाकरण केंद्रों पर लाया जायेगा। इस अभियान में सहिया, आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम आदि को जोड़ा गया है। प्रमुख चौक-चौराहों के आस-पास भी टीकाकरण के अस्थायी केंद्र बनाये जा रहे हैं। गांवों में टीकाकरण के लिए चलंत कैंप भी लगाये जा रहे हैं। उपायुक्तों को कहा गया है कि वे शुक्रवार, शनिवार और रविवार को टीकाकरण के लिए वृहत अभियान चलायें और खुद इसकी मॉनटरिंग करें। इसमें प्राइवेट और कॉरपोरेट संस्थानों से भी सहयोग लेने को कहा गया है।
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