पेगासस मुद्दे पर संसद में विपक्षी सांसदों का हंगामा, राहुल ने पूछा- केंद्र सरकार ने पेगासस खरीदा या नहीं?

Last Updated 28 Jul 2021 12:26:06 PM IST

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि हमारी आवाज़ को संसद में दबाया जा रहा है। हमारा एक सवाल है कि क्या केंद्र सरकार ने पेगासस को खरीदा था कि नहीं?


विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह पर पेगसास स्पाईवेयर का उपयोग करके लोकतंत्र की आत्मा पर चोट करने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए।

प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि सरकार ने पेगासस पर चर्चा करने से इनकार कर दिया है।

क्या केंद्र सरकार ने उसका इस्तेमाल अपने देश के लोगों के ख़िलाफ़ किया था कि नहीं? हम यह जानना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि इस हथियार को आतंकवादियों के खिलाफ, देशद्रोहियों के खिलाफ प्रयोग किया जाना चाहिए। हम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछना चाहते हैं कि इस हथियार का इस्तेमाल लोकतंत्र के खिलाफ क्यों किया गया?… पेगासस पर चर्चा होने से पहले हम कहीं नहीं जाएंगे।

 

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि विपक्षी नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और लोकतांत्रिक संस्थाओं के खिलाफ पेगासस रूपी हथियार का उपयोग किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘कहा जा रहा है कि हम संसद की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। हम संसद को बाधित नहीं कर रहे हैं। हम सिर्फ विपक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी पूरा करना चाह रहे हैं। इस हथियार का उपयोग देश के खिलाफ किया गया है।’’

राहुल गांधी ने सवाल किया, ‘‘ इस हथियारों का उपयोग आतंकवादियों के खिलाफ करना चाहिए। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से पूछना चाहते हैं कि इसका इस्तेमाल लोकतांत्रिक संस्थाओं के खिलाफ क्यों किया गया?’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘ पेगासस का मामला राष्ट्रवाद का मामला है। मेरे लिए यह निजता का मामला नहीं है। नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह ने देश के लोकतंत्र की आत्मा पर चोट मारी है। इसलिए हम इस पर चर्चा चाहते हैं।

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि संसद की कार्यवाही नहीं चलने के लिए सरकार जिम्मेदार है।

उन्होंने यह भी कहा कि पेगासस के मुद्दे पर सभी विपक्षी दल एकजुट हैं।

शिवसेना के संजय राउत ने कहा, ‘‘यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। सरकार को खुद आगे आकर कहना चाहिए कि हम चर्चा के लिए तैयार है। सरकार ने विश्वासघात किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह पहली बार नहीं हो रहा है कि संसद की कार्यवाही नहीं चल रही है। अगर सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा पर बात नहीं करना चाहती है तो फिर किस पर करना चाहती है।’’

संवाददाता सम्मेलन से पहले विपक्षी नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च किया और उन्होंने हाथ में तख्तियां ले रखी थीं।

इससे पहले राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक में खड़गे, राहुल गांधी, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक के टीआर बालू, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता मौजूद थे।

पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है।

भाषा
नई दिल्ली


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