करगिल विजय दिवस: खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का द्रास का दौरा रद्द
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद खराब मौसम के कारण विजय दिवस की 22वीं वषर्गांठ पर करगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार को द्रास का दौरा नहीं कर सके। अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी।
खराब मौसम के कारण कोविंद का द्रास का दौरा रद्द |
यह तीन साल में दूसरी बार है, जब राष्ट्रपति खराब मौसम के कारण करगिल विजय दिवस समारोह के लिए द्रास नहीं जा सके। इससे पहले, कोविंद 2019 में खराब मौसम के कारण द्रास नहीं जा सके थे और उन्होंने इसके बजाय यहां बादामीबाग में सेना के 15 कोर मुख्यालय में एक युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। इसके बाद, 2020 में महामारी के कारण समारोह आयोजित नहीं किया गया था।
On Kargil Vijay Diwas, President Kovind laid a wreath at the Dagger War Memorial, Baramulla, Jammu & Kashmir, to pay tributes to all soldiers who sacrificed their lives in defending the nation. pic.twitter.com/0ZheR8KIZr
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 26, 2021
अधिकारियों ने बताया कि कोविंद का विमान खराब मौसम के कारण द्रास के लिए उड़ान नहीं भर सका। उन्होंने बताया कि (द्रास जाने की) पहली योजना रद्द हो जाने के बाद दूसरी योजना पर काम किया गया और राष्ट्रपति शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर कश्मीर स्थित बारामूला युद्ध स्मारक गए। कोविंद बारामूला दौरे के बाद गुलमर्ग के ‘हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल’ का भी संभवत: दौरा करेंगे और वहां बलों से बात करेंगे।
इस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी राष्ट्रपति के साथ थे। अधिकारियों ने बताया कि कोविंद गुलमर्ग से बादामी बाग छावनी जाएंगे, जहां से वह राजभवन जाएंगे। राष्ट्रपति राजभवन में मध्याह्न भोजन के बाद जम्मू-कश्मीर में शीर्ष स्तरीय सुरक्षा समूह एकीकृत मुख्यालय के सदस्यों के साथ संभवत: बातचीत करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि कोविंद मंगलवार को यहां एसकेआईसीसी (शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर) सभागार में कश्मीर विविद्यालय के 19वें वाषिर्क दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे। वह बुधवार सुबह दिल्ली रवाना होंगे।
गौरतलब है कि 1999 में भारतीय सशस्त्र बलों ने करगिल पर कब्जा करने के पाकिस्तान के प्रयासों को विफल कर दिया था। इसे ‘ऑपरेशन विजय’ नाम दिया गया।
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