'परिवार राज' की अवधारणा को टिकट आवंटन से नहीं जोड़ सकते : नड्डा

Last Updated 26 Jul 2021 10:19:14 AM IST

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने रविवार को 'पारिवारिक राज' की धारणा और चुनावी टिकटों के वास्तविक आवंटन के बीच अंतर करने की अपील की। नड्डा ने कहा कि दोनों को आपस में जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।


भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा

राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने रविवार को पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "'पारिवारिक राज' और टिकटों के आवंटन में अंतर है। बाद वाले को परिवार राज से नहीं जोड़ा जा सकता। परिवार राज तब होता है जब आप किसी और को पार्टी में उठने नहीं देते हैं और एक पूरी पार्टी एक परिवार के बारे में गदगद हो जाती है, वह पारिवारिक राज है।"

नड्डा 2022 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के संगठनात्मक मामलों की देखरेख के लिए गोवा में थे और उनसे सवाल किया जा रहा था कि क्या पार्टी एक परिवार के सदस्यों को एक से अधिक टिकट देने पर विचार करेगी।

उन्होंने कहा, "जहां तक हमारे चुनाव की बात है, हम गुण-दोष के आधार पर फैसला करते हैं। हम चुनाव से पहले सब कुछ तय कर लेंगे। इसके बारे में मैं नहीं कह सकता, लेकिन मेरी चुनाव समिति फैसला करेगी और हम उसी के अनुसार देखेंगे। हम सभी को शामिल करने और पार्टी को आगे ले जाने के लिए तैयार हैं।"

यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा 2022 के चुनावों के लिए एक परिवार के सदस्यों को एक से अधिक चुनावी टिकट देने पर विचार करेगी, नड्डा ने कहा, "यह चुनाव समिति के सदस्यों, उनके दृष्टिकोण, जमीनी स्तर पर उनकी समझ पर निर्भर करता है।"
 

आईएएनएस
पणजी


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment