अयोध्या में तेज होगा विकास, सरयू नदी में चलेंगे क्रूज

Last Updated 27 Jun 2021 01:53:33 AM IST

राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या की सूरत भी बदलगेगी। सरयू नदी और इसके घाटों के आसपास बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।


राम मंदिर निर्माण

सरयू नदीं में नियमित रूप से क्रूज ऑपरेशन भी होगा। शहर का विकास साइकिल चालकों और पैदल चलने वाले लोगों को ध्यान में रखकर किया जाएगा। स्मार्ट सिटी के बुनियादी ढांचे का उपयोग करते हुए आधुनिक तरीके से यातायात प्रबंधन भी किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या की विकास योजना की समीक्षा की। इस दौरान उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने एक प्रेजेंटेशन दिया जिसमें अयोध्या के विकास के विभिन्न पहलू शामिल किए गए थे। अयोध्या के विकास की परिकल्पना एक आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और स्थाई स्मार्ट सिटी के रूप में की जा रही है। प्रधानमंत्री को अयोध्या से कनेक्टिविटी को सुधारने वाली आगामी और प्रस्तावित अवसंरचना परियोजनाओं से अवगत कराया गया। बैठक में हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन का विस्तार, बस स्टेशन, सड़कें तथा राजमागरें जैसी विभिन्न आधारभूत परियोजनाओं के बारे में चर्चा की गई। बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

आने वाले दिनों में बनाए जाने वाले ग्रीनफील्ड टाउनशिप के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं के ठहरने की सुविधाएं, आश्रमों, मठों , होटलों और विभिन्न राज्यों के भवनों के लिए जगह शामिल हैं। यहां पयर्टन सहायता केंद्र और विस्तरीय संग्रहालय का भी निर्माण किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने अयोध्या को एक ऐसा शहर बताया जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में अंकित है। उन्होंने कहा कि अयोध्या को हमारी बेहतरीन परंपराओं और हमारे विकासात्मक परिवर्तनों को प्रकट करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या आध्यात्मिक और विशिष्ट दोनों है। इस शहर के मानव लोकाचार का मेल भविष्य के बुनियादी ढांचे के साथ किया जाना चाहिए जो पर्यटकों और तीर्थयात्रियों सहित सभी के लिए लाभकारी हो।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों द्वारा उनके जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या की यात्रा करने की इच्छा महसूस होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने बताया कि निकट भविष्य में अयोध्या में विकास कार्य जारी रहेंगे। इसके साथ ही अयोध्या में प्रगति को नया आयाम देने का समय अब आ गया है। उन्होंने कहा कि हमारा सामूहिक प्रयास है कि अयोध्या की पहचान का उत्सव मनाया जाए और नवाचारी उपायों के साथ इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को बनाए रखा जाए।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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