'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह के निधन पर राष्ट्रपति कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी समेत तमाम नेताओं ने जताया दुःख

Last Updated 19 Jun 2021 10:04:40 AM IST

महान धावक मिल्खा सिंह ने शुक्रवार रात अंतिम सांस ली। वह 91 साल के थे और कोविड-19 के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई के बाद विजेता के रूप में सामने आए थे।


उनके निधन पर राष्ट्रपति कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी से लेकर फिल्मी और खेल की दुनिया के लोगों ने भी दुःख व्यक्त किया है।

कोविंद ने शनिवार को ट्वीट करके कहा, “खेल की दुनिया के प्रतिमान मिल्खा सिंह के निधन से मेरा दिल दुख से भर गया है। उनके संघर्षों की कहानी और चरित्र की ताकत भारतीयों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। ” राष्ट्रपति ने कहा, “उनके परिवार के सदस्यों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 91 वर्षीय दिग्गज भारतीय एथलीट मिल्खा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि देश ने एक महान खिलाड़ी खो दिया है। मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी, श्री मिल्खा सिंह जी के निधन से, हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है। एक ऐसा खिलाड़ी, जिसने देश की कल्पना पर राज किया। उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने खुद को लाखों लोगों को पसंद किया। उनके निधन से दुखी हैं।


एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही मिल्खा सिंह से बात की थी। मोदी ने लिखा, मुझे नही पता था कियह हमारी आखिरी बातचीत होगी। कई नवोदित एथलीट उनकी जीवन यात्रा से ताकत हासिल करेंगे। उनके परिवार और दुनिया भर में कई प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना।

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने उड़न सिख मिल्खा सिंह के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। नायडू ने शनिवार को यहां जारी एक संदेश में कहा कि मिल्खा सिंह के निधन से वह स्तब्ध हैं।

नायडू ने कहा कि मिल्खा सिंह ने विश्व स्तर पर अपने जादुई प्रदर्शन से प्रत्येक भारतीय को प्रेरित किया और उन्हें गर्व करने का अवसर दिया। उन्होंने न केवल खेल के क्षेत्र में प्रतिमान स्थापित किए बल्कि जीवन के अनेक क्षेत्रों में वह आदर्श बनें। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मिल्खा सिंह की जीवन यात्रा खिलाड़ियों को प्रेरित करती रहेगी और उन्हें बाधाओं से परे जाने का उत्साह देती रहेगी। नायडू ने कहा, "मेरी संवेदना मिल्खा सिंह के परिजनों और उनके प्रशंसकों के साथ हैं।


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा: भारत महान धावक श्री मिल्खा सिंह जी, द फ्लाइंग सिख के दुखद निधन पर शोक व्यक्त करता है। उन्होंने विश्व एथलेटिक्स पर एक अमिट छाप छोड़ी है। राष्ट्र उन्हें हमेशा भारतीय खेलों के सबसे चमकीले सितारों में से एक के रूप में याद करेगा। उनके परिवार और अनगिनत अनुयायियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।

 

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि महान एथलीट मिल्खा सिंह का निधन एक युग का अंत है और उनके जाने से भारत और पंजाब एक लिहाज से गरीब हुए हैं। हरियाणा के उनके समकक्ष मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि देश ने एक सितारा खो दिया है।

अमरिंदर सिंह ने एक ट्वीट में कहा, मिल्खा सिंह जी के निधन के बारे में सुनकर दुखी हूं। यह एक युग के अंत का प्रतीक है। शोक संतप्त परिवार और लाखों प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना। फ्लाइंग सिख की किंवदंती आने वाली पीढ़ियों के लिए गूंजेगी। आपकी आत्मा को शांति मिले- सर!


खट्टर ने कहा, मिल्खा सिंह हमें छोड़कर चले गए हैं, लेकिन वह हमेशा हर भारतीय को देश के लिए चमकने के लिए प्रेरित करेंगे।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने महान धावक मिल्खा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।  गांधी ने अपने शोक संदेश में कहा, “मिल्खा सिंह जी सिर्फ एक खेल सितारा नहीं बल्कि अपने सहज स्वभाव और समर्पण के कारण लाखों भारतीयों के प्रेरणास्रोत भी थे। उनके पीड़ित परिजनों तथा मित्रों के प्रति मेरी संवेदना।”

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “देश में जब भी उड़न धावकों की कहानियां कही जाएंगी, तब एक ऐसी शख्सियत का नाम जरूर आएगा जिसने रेस के मैदान में देश और करोड़ों भारतीय युवाओं के सपनों को एक नई ऊंचाई दी। मिल्खा सिंह जी विनम्र श्रद्धांजलि।”

 

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लिखा ,‘‘महान फर्राटा धावक सरदार मिल्खा सिंह के निधन का समाचार सुनकर दुखी हूं । वह सभी के लिये सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे । ओम शांति ।’’

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री गहलोत ने फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर महान एथलीट एवं पद्मश्री मिल्खा सिंह के निधन पर दुख प्रकट किया हैं। मिश्र ने श्री मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि फ्लाइंग सिख के नाम से विख्यात मिल्खा सिंह ने देश के लिए कई पदक जीतकर, देश का नाम रौशन किया।

महान धावक मिल्खा सिंह ने शुक्रवार रात अंतिम सांस ली। वह 91 साल के थे और कोविड-19 के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई के बाद विजेता के रूप में सामने आए थे। बुधवार को उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया था।

मिल्खा को चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था। मिल्खा परिवार ने एक बयान जारी कर इस महान धावक के निधन की पुष्टि की।

मिल्खा ने एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता में चार बार स्वर्ण पदक जीता है और 1958 के राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था। हालांकिक, 91 वर्षीय को 1960 के रोम ओलंपिक के 400 मीटर फाइनल में उनकी एपिक रेस के लिए याद किया जाता है।

उन्होंने 1956 और 1964 के ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है और उन्हें 1959 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।

बीते 13 जून को ही मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का कोरोना के कारण निधन हो गया था।

एजेंसियां
नई दिल्ली


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