चीनी सेना से जुड़े रेडफॉक्सट्रॉट ने साइबर घुसपैठ के जरिए भारत को निशाना बनाया

Last Updated 17 Jun 2021 05:26:02 PM IST

रेडफॉक्सट्रॉट 2014 से सक्रिय है और मुख्य रूप से अन्य देशों के अलावा भारत में एयरोस्पेस और रक्षा, सरकार, दूरसंचार, खनन और अनुसंधान संगठनों को अपना लक्ष्य बनाता है।


चीनी सेना से जुड़े रेडफॉक्सट्रॉट ने साइबर घुसपैठ के जरिए भारत को निशाना बनाया

अन्य देश अफगानिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान हैं, जो पीएलए यूनिट 69010 के परिचालन प्रेषण के साथ जुड़ा हुआ है।

इंटरप्राइज सुरक्षा के लिए दुनिया के सबसे बड़ा खुफिया प्रदाता रिकार्डेड फ्युचर, ने गुरुवार को साइबर जासूसी गतिविधि का खुलासा किया, जिसका श्रेय एक संदिग्ध चीनी राज्य-प्रायोजित समूह रेडफॉक्सट्रॉट को दिया जाता है, जिसका नाम रिकॉर्डेड फ्यूचर के थ्रेट रिसर्च आर्म इंसिक्ट ग्रुप द्वारा दिया गया है।

इंसिक्ट ग्रुप ने चीनी सैन्य खुफिया तंत्र और रेडफॉक्सट्रॉट के बीच विशेष संबंध की पहचान की।

रिकॉर्डेड फ्यूचर के बड़े पैमाने पर, स्वचालित नेटवर्क ट्रैफिक एनालिटिक्स और विशेषज्ञ विश्लेषण ने सीमावर्ती एशियाई देशों में क्षेत्रों को लक्षित घुसपैठ करने का पता लगाया।

2014 से सक्रिय, रेडफॉक्सट्रॉट मुख्य रूप से अफगानिस्तान, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान में एयरोस्पेस और रक्षा, सरकार, दूरसंचार, खनन और अनुसंधान संगठनों को लक्षित करता है, जो पीएलए यूनिट 69010 के परिचालन प्रेषण के साथ जुड़ा हुआ है।



रेडफॉक्सट्रॉट बड़ी मात्रा में परिचालन बुनियादी ढांचे का रखरखाव करता है और चीनी साइबर जासूसी समूहों द्वारा आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले बीस्पोक और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध मैलवेयर परिवारों दोनों को नियोजित करता है।

रिकार्डेड फ्युचर के सीईओ और को फाउंडर क्रिस्टोफर अलबर्ग ने कहा, "पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की हालिया गतिविधि काफी हद तक खुफिया समुदाय के लिए एक ब्लैक बॉक्स रही है। विरोधियों को असफल करने और किसी संगठन या सरकार की सुरक्षा स्थिति को सूचित करने के लिए लगातार और व्यापक निगरानी और खुफिया जानकारी का संग्रह महत्वपूर्ण है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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