दिग्विजय ने राम मंदिर मामले में किए सिलसिलेवार ट्वीट, यूपी सीएम और पीएम मोदी से किये सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर निर्माण से जुड़े न्यास मामले में सिलसिलेवार ट्वीट कर आज अनेक सवाल उठाते हुए आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (फाइल फोटो) |
पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह ने ट्वीट में लिखा है ‘भूमि खरीद में 16 करोड़ रुपए का घोटाला है तो हजारों करोड़ मंदिर निर्माण में जो चंदा उगाया गया है, उसमें मौजूदा ट्रस्ट जिसमें वीएचपी के पदाधिकारी व मोदी जी द्वारा मनोनीत सदस्य हैं, वे कितना और भ्रष्टाचार करेंगे, अंदाजा लगाएं।‘
न राम के न काम के
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 14, 2021
ये नतमस्तक हैं
आगे दाम के।।#राम_मंदिर_घोटाला
श्री सिंह ने सिलसिलेवार ट्वीट में आरोप लगाते हुए कहा ‘राम मंदिर निर्माण में भी भ्रष्टाचार का अवसर ढूंढ लिया? वीएचपी ना पूर्व में एकत्रित चंदे का हिसाब देती है ना अब उससे उम्मीद है। योगी जी, आप तो अपने मुख्यमंत्री रहते हुए भगवान राम मंदिर निर्माण में इस प्रकार का भ्रष्टाचार तो ना होने दें। यदि यह सही नहीं है, तो स्पष्टीकरण दें।‘
मंदिर वो ही बनाएंगे !
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 14, 2021
जो चंदा पूरा खाएंगे !!
चंदे का हिसाब मांगने वाले
देशद्रोही कहलायेंगे....#Movid#राम_मंदिर_घोटाला
कांग्रेस नेता ने लिखा है ‘मोदी जी आप से पूर्व में ही मैंने अनुरोध किया था कि नए ट्रस्ट के गठन के बजाए आप पूर्व से गठित रामालय ट्रस्ट को ही निर्माण का काम सौंप दें। रामालय न्यास, जिसमें देश के सभी सनातनी हिंदू धर्म के मान्यता प्राप्त शंकराचार्य जी व रामानंदी संप्रदाय के प्रमुख सदस्य हैं।‘
यदि आपके द्वारा गठित न्यास पर भ्रष्टाचार का आरोप लगता है तो आप पर भी लगता है। आपने २०१४ में वादा किया था “ना खाउंगा ना खाने दूँगा” लेकिन वह भी एक और जुमला ही निकला। यदि यह आरोप सही है और आप ईमानदार हैं तो तत्काल मौजूदा न्यास को भंग कर पूरे प्रकरण को CBI व ED को सौंपें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 14, 2021
श्री सिंह ने लिखा है‘यदि आपके द्वारा गठित न्यास पर भ्रष्टाचार का आरोप लगता है तो आप पर भी लगता है। आपने 2014 में वादा किया था‘‘ना खाऊंगा ना खाने दूंगा‘’लेकिन वह भी एक और जुमला ही निकला। यदि यह आरोप सही है और आप ईमानदार हैं तो तत्काल मौजूदा न्यास को भंग कर पूरे प्रकरण को सीबीआई व ईडी को सौंपे। और पूर्व से गठित रामालय न्यास को भगवान राम मंदिर निर्माण का कार्य सौंपे।‘
लेकिन आपने उसका राजनीतिकरण कर पूरा न्यास VHP/RSS को सौंप दिया। यह वही संघटन गठबंधन है जिसने पूर्व में मंदिर निर्माण में ₹१४०० करोड़ चंदे का हिसाब अब तक नहीं दिया। निर्मोही अखाड़े के अनेक सदस्यों द्वारा कई बार माँगने पर भी हिसाब नहीं दिया गया।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 14, 2021
मोदी जी आप से पूर्व में ही मैंने अनुरोध किया था कि नए ट्रस्ट के गठन के बजाय आप पूर्व से गठित रामालय ट्रस्ट को ही निर्माण का काम सौंप दें। रामालय न्यास जिसमें देश के सभी सनातनी हिंदू धर्म के मान्यता प्राप्त शंकराचार्य जी व रामानन्दी सम्प्रदाय के प्रमुख सदस्य हैं।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 14, 2021
“देखो ऐ दीवानों तुम ये काम न करो
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 14, 2021
राम का नाम बदनाम न करो…”
भूमि ख़रीद में ₹१६ करोड़ का घोटाला है तो हज़ारों करोड़ मंदिर निर्माण में जो चंदा उगाया गया है उसमें मौजूदा ट्रस्ट जिसमें VHP के पदाधिकारी व मोदी जी द्वारा मनोनीत सदस्य हैं वे कितना और भ्रष्टाचार करेंगे? अंदाज़ा लगाएँ।
श्री सिंह ने लिखा है‘लेकिन आपने उसका राजनीतिकरण कर पूरा न्यास विहिप आरएसएस को सौंप दिया। यह वहीं संघटन गठबंधन है, जिसने पूर्व में मंदिर निर्माण में 1400 करोड़ रुपए चंदे का हिसाब अब तक नहीं दिया। निर्मोही अखाड़े के अनेक सदस्यों द्वारा कई बार मांगने पर भी हिसाब नहीं दिया गया।‘
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले पर और भी ट्वीट किए हैं।
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