आक्सीजन उत्पादन में हुई जोरदार बढ़ोतरी
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण आक्सीजन की कमी को लेकर मचे हाहाकार के बीच देश ने आक्सीजन उत्पादन में भी अहम वृद्धि हासिल की है।
आक्सीजन उत्पादन में हुई जोरदार बढ़ोतरी |
पिछले एक पखवाड़े में ही आक्सीजन उत्पादन में एक हजार मीट्रिक टन प्रतिदिन की वृद्धि हुई है और आक्सीजन उत्पादन 8419 मीट्रिक टन से बढ़कर 9446 मीट्रिक टन प्रतिदिन पहुंच गया है। उत्पादन क्षमता का उपयोग 84 प्रतिशत से बढ़कर 129 प्रतिशत हो गया है।
वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के साथ साथ आक्सीजन की कमी को लेकर अभी तक देश के विभिन्न राज्यों में हाहाकार मचा है। आक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिये लगभग 50 हजार मीट्रिक टन आक्सीजन का जहां आयात किया जा रहा है, वही देश में भी आक्सीजन उत्पादन बढ़ाया जा रहा है। देश में इसी वर्ष मार्च माह में आक्सीजन उत्पादन क्षमता 7120 मीट्रिक टन प्रतिदिन थी और कुल 5720 मीट्रिक टन उत्पादन के साथ क्षमता का लगभग 80 प्रतिशत प्रयोग हो रहा था, लेकिन पिछले डेढ़ माह में उत्पादन क्षमता बढ़कर जहां 7314 मीट्रिक टन प्रतिदिन हो गई है वहीं प्रतिदिन क्षमता का 129 प्रतिशत उपयोग कर 9446 मीट्रिक टन प्रतिदिन आक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है। आक्सीजन के उत्पादन में सर्वाधिक वृद्धि पिछले 15 दिन में हुई है। अगस्त माह तक यह उत्पादन बढ़कर 9551 मीट्रिक टन प्रतिदिन होने की उम्मीद है।
संकट की इस घड़ी में देश को आक्सीजन उपलब्ध कराने में सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों की स्टील कंपनियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। स्टील कंपनियों द्वारा अप्रैल के मध्य में औसत 1500-1700 मीट्रिक टन आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी। इसके बाद 25 अप्रैल तक यह बढ़ाकर 3131.84 मीट्रिक टन प्रतिदिन हो गई और अब 4 मई तक यह बढ़कर 4040.65 मीट्रिक टन प्रतिदिन हो गई। मेडिकल आक्सीजन की बिक्री में पिछले एक माह में 5 गुना वृद्धि हुई है। इसी वर्ष 31 मार्च को आक्सीजन की बिक्री 1559 मीट्रिक टन प्रतिदिन थी, जो 3 मई तक पांच गुना वृद्धि के साथ 8000 मीट्रिक टन प्रतिदिन हुई।
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