न्यायमूर्ति एनवी रमण होंगे देश के नए मुख्य न्यायाधीश, 24 अप्रैल को लेंगे शपथ
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने न्यायमूर्ति एनवी रमण को देश का नया मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने के फैसले को अपने मंजूरी दे दी। जस्टिस 24 अप्रैल को चीफ जस्टिस पद की शपथ लेंगे।
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विधि एवम् न्याय मंत्रालय के न्याय विभाग की ओर से आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कोविंद ने संविधान के अनुच्छेद 124 के उपबंध दो में प्रदत्त शक्ति का इस्तेमाल करते हुए न्यायमूर्ति रमन को नया सीजेआई नियुक्त किया है, जिनका कार्यकाल मौजूदा सीजेआई न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे की सेवानिवृत्ति के बाद से प्रभावी होगा।
इस नियुक्ति से सम्बन्धित वारंट और अधिसूचना न्यायमूर्ति रमन को सौंप दी गई है।
वह देश के 48वें सीजेआई होंगे। उनका शपथ ग्रहण 24 अप्रैल को होगा।
न्यायमूर्ति बोबडे ने स्थापित परम्परा के तहत वरिष्ठतम न्यायाधीश के तौर पर न्यायमूर्ति रमन के नाम की सिफारिश की थी।
न्यायमूर्ति रमन ने विज्ञान एवं कानून में स्नातक करने के बाद 10 फरवरी 1983 से वकालत पेशे की शुरुआत की। अपने वकालत पेशे के दौरान उन्होंने न केवल आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय बल्कि केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) तथा उच्चतम न्यायालय में भी प्रैक्टिस की।
27 जून 2000 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त होने के बाद वह 13 मार्च से 20 मई 2013 तक उसी उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किये गये। बाद में उन्हें पदोन्नति देकर दो सितम्बर 2013 को दिल्ली उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया। साह फरवरी 2014 को वह शीर्ष अदालत में पदोन्नत किये गये।
न्यायमूर्ति रमन 26 अगस्त 2022 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। शीर्ष अदालत में सीजेआई समेत न्यायाधीशों की अनुमोदति संख्या 34 है। वर्तमान में उच्चतम न्यायालय में 29 न्यायाधीश हैं।
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