मुख्यमंत्रियों संग बैठक में पीएम मोदी बोले- कोरोना की दूसरी लहर नहीं रोकी तो दिख सकता है देशव्यापी असर

Last Updated 17 Mar 2021 04:31:02 PM IST

देश में कोरोना महामारी की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर को तत्काल रोकना होगा।


कोरोना की दूसरी लहर को तुरंत रोकना होगा... : मोदी

मोदी ने देश के कुछ हिस्सों में कोविड-19 के बढते मामलों पर बुधवार को चिंता जताई और इसे फिर से फैलने से रोकने के लिए ‘‘तीव्र और निर्णायक’’ कदम उठाने का आह्वान किया।

कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति और देश भर में कोरोना के खिलाफ जारी टीकाकरण को सिलसिले में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से डिजिटल माध्यम से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कोरोना के मामले बढे हैं जबकि देश के 70 जिलों में सकारात्मक मामलों की दरों में 150 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम इसे यहीं नियंत्रित नहीं कर सके तो इसके राष्ट्रव्यवापी फैलाव की स्थिति आ सकती है।’’      

इसके मद्देनजर प्रधानमंत्री ने तीव्र और निर्णायक कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस महामारी के खिलाफ भारत की अब तक की लड़ाई में जो आत्मविास पैदा हुआ है उसे लापरवाही से कमजोर नहीं पड़ने देना है।      

प्रधानमंत्री ने वायरस का फैलाव रोकने के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से जांच का दायरा बढाने, बचाव के उपायों को लागू करने और टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढाने सहित अन्य कदम उठाने को कहा।      

उन्होंने कहा कि लोग घबराए नहीं इसका भी ध्यान रखना है । साथ ही समस्या के समाधान का रास्ता भी सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि ‘‘जांच, पता लगाना और उपचार करने’’ के सिद्धांत का अब गंभीरता से पालन करना होगा।    

प्रधानमंत्री ने 70 प्रतिशत से अधिक आरटी पीसीआर जांच किए जाने की वकालत करते कहा कि केरल, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ जैसे राज्य एंटीजन जांच पर जरूरत से ज्यादा निर्भर हैं। 

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर टीकों की बर्बादी का मुद्दा भी उठाया और अधिक से अधिक टीकाकरण केंद्र बनाए जाने को कहा। उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना वायरस का डटकर मुकाबला किया है और इस मामले में आज विश्व के देश भारत की नजीर देते हैं। उन्होंने दावा किया कि देश में कोरोना से ठीक होने की दर 96 प्रतिशत है जबकि इससे होने वाली मौतों की दर विश्व में सबसे कम है।

भाषा
नई दिल्ली


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