सशस्त्र सेनाओं को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस करना जरूरी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि हर क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए सशस्त्र सेनाओं को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस करने की जरूरत है, जिससे कि ये ‘भविष्य की सेना’ के रूप में चुनौतियों का मजबूती से सामना कर सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी |
मोदी ने गुजरात के केवडिया में तीनों सेनाओं के संयुक्त कमांडर सम्मेलन के तीसरे और अंतिम दिन समापन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के महत्व पर बल देते हुए कहा कि यह केवल उपकरणों तथा हथियारों के मामले में ही नहीं होना चाहिए, बल्कि इसकी झलक सशस्त्र सेनाओं से संबंधित सिद्धांतों, प्रक्रियाओं और परंपराओं में भी दिखाई देनी चाहिए।
राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र के सैन्य और असैन्य, दोनों हिस्सों में जनशक्ति के अधिक से अधिक नियोजन की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने एक समग्र दृष्टिकोण पर आधारित तेजी से निर्णय लेने की व्यवस्था बनाने पर जोर दिया।
उन्होंने सलाह दी कि सेनाओं को विरासत में मिली प्रणालियों तथा प्रथाओं से अब निजात पानी चाहिए, क्योंकि वे अब अनुपयोगी तथा अप्रासंगिक हो गई हैं।
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