कश्मीर घाटी सहित लद्दाख में शनिवार को भी को भी कड़ाके की ठंड रही।
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इस बीच मौसम विभाग ने यहां के कुछ अलग-अलग हिस्सों में 1 फरवरी से हल्की बर्फबारी के होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यहां के निवासी हालिया दशकों में इस बार सबसे अधिक ठंड के मौसम का अनुभव कर रहे हैं।
आंकड़ों में खुलासा हुआ है कि यहां पिछले कई सालों के बाद न्यूनतम तापमान लगभग 50 दिनों से हिमांक बिंदु से कुछ डिग्री नीचे बना हुआ है।
मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने कहा, "1 से 4 फरवरी के बीच यहां बादल छाए रहेंगे। 31 जनवरी और 1 फरवरी को यहां के कुछ अलग-अलग हिस्सों में हल्की बर्फबारी की भी संभावना जताई जा रही है। 2 और 3 फरवरी में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है।"
यहां 'चिलाई कलां 31 जनवरी को खत्म होगी। यह हाड़ कंपाने वाली ठंड की एक स्थिति है, जिसकी अवधि 40 दिनों तक की होती है। यहां के स्थानीय लोग इसे इसी नाम से पुकारते हैं।
श्रीनगर में दिन के वक्त न्यूनतम तापमान शून्य से 7.2 डिग्री नीचे दर्ज किया गया है, जबकि पहलगाम और गुलमर्ग में तापमान क्रमश: शून्य से 12.5 और 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है।
लद्दाख के लेह शहर में रात के वक्त का न्यूनतम तापमान इस वक्त शून्य से 17.6 डिग्री सेल्सियस नीचे, कारगिल में शून्य से 20.2 डिग्री सेल्सियस नीचे और द्रास में शून्य से 27.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है।
इनके अलावा, जम्मू व कटरा में तापमान क्रमश: 4.5 और 5.7 डिग्री सेल्सियस है। बटोत में यह 0.5 डिग्री सेल्सियस है। बनिहाल में 1.8 और भदेरवाह में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है।
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