विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, सुषमा स्वराज के पदचिन्हों पर चलना गर्व की बात
नए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। जयशंकर ने कहा कि विदेश मंत्री के तौर पर सुषमा स्वराज के शानदार कार्य की काफी प्रशंसा हुई थी अब उनके पदचिन्हों पर चलना उनके लिए गर्व की बात है।
एस. जयशंकर ने संभाला नए विदेश मंत्री का कार्यभार |
जयशंकर ने कहा सुषमा स्वराज एक विदेश मंत्री के तौर पर हमेशा उपलब्ध रहती थीं और इसी परंपरा को जारी रखते हुए वह और उनकी टीम के सदस्य लोगों की मदद के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।
जयशंकर ने शुभकामनाओं के लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, "आप सभी का शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया। इस जिम्मेदारी को पाकर गौरव महसूस कर रहा हूं। सुषमा स्वराज के पदचिन्हों पर चलना गौरव की बात है।"
सुषमा स्वराज को लगातार आम लोगों की समस्या सुलझाने वाला मंत्री माना जाता था, जो लोगों के लिए हमेशा ट्विटर पर उपलब्ध रहती थीं।
जयशंकर ने इससे पहले 2015-2018 के बीच विदेश सचिव का कार्यभार संभाला था।
उन्होंने कहा, "हम एक टीम के रूप में 24 घंटे आपकी सेवा में उपलब्ध रहेंगे। अपने सहयोगी एमओएस मुरलीधरनजी के साथ इस प्रयास की अगुवाई कर के खुशी हो रही है।"
जयशंकर के ट्वीट से एक दिन पहले उनके बेटे ध्रुव जयशंकर का ट्वीट सुर्खियों में आ गया था। दरअसल ध्रुव से किसी ने ट्वीट कर पासपोर्ट या वीजा संबंधी मदद मांगी थी।
ट्वीट का जवाब देते हुए ध्रुव ने कहा था, "ड्यूड, गलत ट्विटर हैंडल।"
उन्होंने कहा, "कोई भी मुझसे पूछे, मैं बता देना चाहता हूं कि किसी की भी उनके पासपोर्ट, वीजा या विदेशी जेल से बाहर निकालने की समस्या में मदद नहीं कर सकता हूं।"
उन्होंने कहा था, "मेरे पास अपनी बहुत समस्या है (जेल के अलावा-मैं इन सब चीजों से दूर रहना चाहता हूं।)"
इस ट्वीट को ट्विटर यूजर ने बाद में डिलीट कर दिया लेकिन ध्रुव की प्रतिक्रिया अभी भी इस माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर मौजूद है।
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