संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से संसदीय चुनावों की तैयारी के दौरान अल्पसंख्यकों की आवाज पर विचार करने और मानवाधिकारों का सम्मान करने की अपील की है।
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उप प्रवक्ता फरहान हक के अनुसार, बांग्लादेश के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को कहा, "वह अंतरिम सरकार के समर्थन से बांग्लादेश में शांति बहाल करने और संसदीय चुनाव आयोजित करने के प्रयासों का स्वागत करते हैं।"
हक ने कहा, "उन्होंने (गुटेरेस) अपील की कि अंतरिम सरकार हर संभव प्रयास करे कि सभी वर्गों को साथ लेकर चले, खासकर महिलाओं, युवाओं, और देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों, अल्पसंख्यकों और आदिवासी समुदायों की बातों को भी ध्यान में रखा जाए। देश संसदीय चुनावों की ओर बढ़ रहा है।"
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़कर भारत चले जाने के बाद अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभाला है।
रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद कई जगहों पर हिंदुओं पर हमले किए गए, उनके घरों और व्यवसायों को नष्ट कर दिया गया और कुछ हिंदुओं की हत्या भी कर दी गईं।
अल्पसंख्यक संगठन हिंदू-बौद्ध-ईसाई ओइक्या परिषद के नेता राणा दासगुप्ता के अनुसार, लगभग 100 हिंदू घायल हुए हैं और दो मारे गए हैं। पिछले सप्ताह 97 स्थानों पर हिंदू विरोधी हिंसा हुई और कम से कम 10 मंदिरों पर हमला किया गया।
शेख हसीना के खिलाफ छात्र विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक में लगभग 300 लोगों के मारे जाने की खबर है।
फरहान हक ने कहा, ''एंटोनियो गुटेरेस ने हिंसा के सभी कृत्यों की पूर्ण, स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की अपील दोहराई है।''
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