पाकिस्तान ने अपने बैंकों, नियामकों से कहा : भारत के आईटी, एआई उत्पादों और सेवाओं का उपयोग करने से परहेज करें

Last Updated 20 Sep 2023 08:08:07 AM IST

पाकिस्तान संघीय सरकार ने नियामकों सहित सभी सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और वित्तीय संस्थानों को सलाह दी है कि वे भारतीय मूल की कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)/सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) उत्पाद के सहयोग, स्थापना और उपयोग से बचें, क्‍योंकि ये पाकिस्तान के महत्वपूर्ण सूचना बुनियादी ढांचे (CII) के लिए लगातार "छुपा हुआ और कई गुना बड़ा खतरा" पैदा कर सकते हैं। यह बात मीडिया रिपोर्टों में कही गई।


पाकिस्तान ने अपने बैंकों, नियामकों से कहा : भारत के आईटी, एआई उत्पादों और सेवाओं का उपयोग करने से परहेज करें

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने क्षेत्रीय नियामकों सहित संघीय और प्रांतीय मंत्रालयों के साथ साझा की गई "साइबर सुरक्षा सलाह" के जरिए संबंधित अधिकारियों को खतरे के बारे में सूचित किया।

इसमें कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर एआई उत्पादों और सेवाओं का उपयोग उद्यम विकास में तेजी लाने के लिए वित्तीय और बैंकिंग क्षेत्रों सहित विभिन्न उद्योगों द्वारा किया जा रहा है।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, दस्तावेज़ में कहा गया है, "यह पता चला है कि पाकिस्तान का फिनटेक सेक्टर, जिसमें कुछ बैंक भी शामिल हैं, भारतीय मूल की कंपनियों के साथ जुड़े हुए हैं जो उन्हें आईटी उत्पाद, साइबर सुरक्षा और एआई समाधान आदि की पेशकश कर रहे हैं।"

इसमें कहा गया है कि "भारतीय सुरक्षा उत्पादों/समाधानों का उपयोग" दो कारणों से बैंकिंग क्षेत्र सहित पाकिस्तान के सीआईआई के लिए एक निरंतर, छिपा हुआ और बल गुणक खतरा रहा है।

कारकों को "लॉग/डेटा ट्रैफ़िक विश्‍लेषण और व्यक्तिगत पहचान योग्य जानकारी (पीआईआई)" एकत्र करने के लिए उत्पादों में "पिछले दरवाजे या मैलवेयर" की "संभावना" के रूप में पहचाना गया था।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें बताया गया दूसरा कारक यह है कि यह "तकनीकी माध्यमों/निष्क्रिय निगरानी क्षमता के साथ पहुंच नियंत्रण के माध्यम से पाकिस्तान के सीआईआई में प्रत्यक्ष भारतीय प्रवेश है।"

दस्तावेज़ में कहा गया है : "क्षेत्रीय नियामकों सहित सभी संघीय/प्रांतीय मंत्रालयों से भारतीय मूल के उत्पादों/समाधानों के उपयोग में शामिल जोखिमों पर अपने संबद्ध सेटअप/संगठनों/लाइसेंसधारकों को संवेदनशील बनाने का अनुरोध किया जाता है।"

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने अधिकारियों को भारतीय उत्पादों का उपयोग करने से रोकते हुए उन्हें पाकिस्तान सॉफ्टवेयर हाउस एसोसिएशन से परामर्श करने और "उपयुक्त किफायती विकल्पों के लिए पाकिस्तानी तकनीकी कंपनियों को खोजने" का निर्देश दिया।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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