Russia Ukraine War : यूक्रेन में काखोव्का बांध विस्फोट से उड़ा, दक्षिण यूक्रेन में आयी बाढ़
यूक्रेन रूस युद्ध के दौरान यूक्रेन में नाइपर नदी पर बना काखोव्का बांध विस्फोट से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे दक्षिण यूक्रेन में बाढ़ आ गयी है। जिससे लगभग 25 हजार लोगों का जीवन संकट में पड़ गया है। उन्हें वहां से तुरन्त निकालने के प्रयास किये जा रहे हैं।
यूक्रेन के हमलों में नाइपर नदी पर बना काखोव्का बांध क्षतिग्रस्त |
जबकि यूक्रेन ने मंगलवार को रूसी बलों पर दक्षिण यूक्रेन में एक प्रमुख बांध और एक पनबिजली ऊर्जा केंद्र को विस्फोट से उड़ाने का आरोप लगाया, जिससे बड़े पैमाने पर बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है और अधिकारियों ने इसे ‘पारिस्थितिकी आपदा’ बताया है।
नदी के निचले इलाकों में रह रहे हजारों निवासियों को जगह खाली करने का आदेश दिया गया है।
काखोव्का बांध क्षतिग्रस्त हुआ, रूस ने कहा
रूस के अधिकारियों ने यूक्रेन पर आरोप लगाते हुआ कहा है कि यूक्रेन के हमलों में ही नाइपर नदी पर बना काखोव्का बांध क्षतिग्रस्त हुआ है।
बता दें कि इस बांध के ढहने के अब व्यापक और भयानक नतीजे हो सकते हैं, इससे निचले इलाकों में घरों, गलियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में बाढ़ आ सकती है, यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र बंद हो सकता है और क्रीमिया के दक्षिण में पेयजल आपूर्ति कम हो सकती है जिस पर रूस ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है।
जापोरिझिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए ‘नकारात्मक नतीजे होने की आशंका
यूक्रेन के परमाणु ऑपरेटर एनगरेएटम ने टेलीग्राम पर एक बयान में कहा कि बांध को विस्फोट से उड़ाने के जापोरिझिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए ‘नकारात्मक नतीजे हो सकते हैं’ जो यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है। हालांकि, उन्होंने कहा कि स्थिति काबू में है।
बांध के टूटने से 4.8 अरब गैलन पानी बहेगा
संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने ट्वीट किया कि उसके विशेषज्ञ संयंत्र में स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं और ‘अभी परमाणु सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है।’ यूक्रेन के प्राधिकारियों ने पहले आगाह किया कि बांध के टूटने से 4.8 अरब गैलन पानी बह सकता है और खेरसॉन तथा दर्जनों अन्य इलाकों में बाढ़ आ सकती है जहां हजारों लोग रहते हैं। यूक्रेन के एक गैरसरकारी संगठन ने अनुमान जताया कि करीब 100 गांवों और शहरों में बाढ़ आएगी।
उसने यह भी अनुमान लगाया कि पानी के स्तर में पांच से सात दिन बाद ही कमी आनी शुरू होगी। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के वरिष्ठ सलाहकार मायखेलो पोदोल्याक ने कहा, ‘एक वैश्विक पारिस्थितिकी आपदा पैदा हो रही है तथा अगले कुछ घंटों में हजारों जानवर और पारिस्थितिकी नष्ट हो जाएगी।’
जेलेंसकी ने बुलाई आपात बैठक
जैसे ही बांध टूटने की खबर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को मिली, उन्होंने इस संकट से निपटने के लिए एक आपात बैठक बुलायी। बैठक लगभग 11 घंटे चली।
यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा कि रूस ने काखोव्का बांध को जानबूझकर विस्फोट से उड़ा दिया है। मंत्रालय ने नदी के दाहिने किनारे पर 10 गांवों और खेरसॉन शहर के कुछ हिस्सों के निवासियों को घरेलू उपकरण बंद कर अपने जरूरी दस्तावेजों और मवेशियों के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की तथा भ्रामक सूचनाओं से सतर्क रहने को कहा है।
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