Sweden sex championship: स्वीडन में सेक्स बना खेल, 8 जून से करने जा रहा सेक्स कॉम्पिटिशन की शुरुआत
दुनिया में आपने कई तरह के कॉम्पिटिशन के बारे में सुना होगा, पर जिसके बारे में हम बताने जा रहे है वो अपने आप में अनोखा और हैरान करने वाला है, जिसकी शुरुआत स्वीडन करने जा रहा है।
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इस अनोखे चैम्पियनशिप पर आप हैरान होंगे। पर जी हां, ये सच है। स्वीडन यूरोपियन सेक्स चैम्पियनशिप की मेजबानी करने जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबित स्वीडन ने हाल ही में सेक्स को एक खेल के रूप में रजिस्टर किया है। यूरोपीयन सेक्स चैम्पियनशिप का आयोजन इसी महीने 8 जून से किया जाएगा। इसमें कुल 20 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
दुनिया भर में क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, वॉलीबॉल , हॉकी, बैडमिंटन और बेसबॉल जैसे खेल गेम्स और उनके कॉम्पिटिशन के बारे में सब जानते हैं, लेकिन स्वीनड ने एक ऐसे खेल को दुनिया के सामने रखने का ऐलान किया है जिसके बारे में सुनकर आप हैरान हो जाएंगे...शायद आपको इसपर यकीन भी ना हो।
दरअसल स्वीडन दुनिया का पहला ऐसा देश बना है जिसने सेक्स को एक खेल रूप में पहचान दी है। स्वीडन यूरोपियन सेक्स चैम्पियनशिप की मेजबानी करने जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबित स्वीडन ने हाल ही में सेक्स को एक खेल के रूप में रजिस्टर किया है। यूरोपीयन सेक्स चैम्पियनशिप का आयोजन इसी महीने 8 जून से किया जाएगा। इसमें कुल 20 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
कई हफ्तों तक चलने वाली इस चैंपियनशिप में प्रतिभागियों को हर दिन छह घंटे तक प्रतिस्पर्धा करनी होगी। प्रतिभागियों के पास 45 मिनट का टाइम होगा जिससे की वह मैच के लिए खुद को तैयार कर सके। इस चैंपियनशिप के लिए प्रतिभागियों में भी काफी उत्साह है।
जानें क्या है चैंपियनशिप का नियम:-
यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप में कुल 16 प्रतियोगिताएं होगी। इसमें Seduction, ओरल सेक्स, पेनिट्रेशन, मसाज, अपीयरेंस, मोस्ट एक्टिव कपल जैसी चीजें शामिल होंगी। वहीं हर खेल में कौन विनर होगा इसका फैसला जज और ऑडियंस के वोट से तय होगा। इस दौरान 30 प्रतिशत वोट जजों का जबकि 70 प्रतिशत वोट दर्शकों का होगा। इन दोनों के वोट के आधार पर मूल्यांकन कर विजेता घोषित किया जाएगा।
वहीं स्वीडिश फेडरेशन ऑफ सेक्स के प्रेसीडेंट ड्रैगन ब्राटिक का कहना है कि सेक्स को एक खेल के रूप में मान्यता देने से लोगों के बीच मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढावा मिलेगा। इसके अलावा समाज में टैबू माना जाने वाला सेक्स के प्रति लोगों के विचारों में भी उदारता आएगी।
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