पाक में सियासी घमासान तेज, इमरान बोले- मेरी सरकार गिराने की साजिश के पीछे विदेशी ताकत
अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यहां रविवार को एक विशाल रैली को संबोधित किया जिसमें उन्होंने दावा किया कि उनकी गठबंधन सरकार गिराने की साजिश में विदेशी ताकतों का हाथ है।
![]() पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान |
खान ने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की रैली को इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में संबोधित करते हुए कहा कि देश की विदेश नीति तय करने के लिए विदेशी तत्व स्थानीय राजनेताओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनके दावों की पुष्टि करने वाला एक पत्र सबूत के तौर पर उनके पास है। डेढ़ घंटे से भी अधिक लंबे अपने भाषण में खान ने कहा, पाकिस्तान में सरकार बदलने के लिए विदेशी धन के जरिये कोशिश की जा रही है। हमारे लोगों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ज्यादातर लोग इससे अनजान हैं लेकिन कुछ लोग हमारे खिलाफ इस धन का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि हम पर दबाव बनने के लिए क्या कोशिश की जा रही है। हमें लिखित में धमकी दी गई है लेकिन हम राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेंगे। खान ने कहा, मेरे पास जो पत्र है वह सबूत है और मैं इस पत्र पर संदेह करने वाले किसी भी व्यक्ति को इसे झूठा साबित करने की चुनौती देता हूं। हमें यह फैसला करना होगा कि कब तक हम इस तरह से जीएंगे। हमें धमकियां मिल रही हैं। विदेशी साजिश के बारे में कई चीजें हैं जो बहुत जल्द साझा की जाएंगी।
‘डॉन’ अखबार ने प्रधानमंत्री खान को उद्धृत करते हुए कहा कि गरीब देश पिछड़े हुए हैं क्योंकि सफेदपोश अपराध करने में संलिप्त अमीर लोगों को कानून वहां पकड़ने में नाकाम रहा है। वे लोग चोरी के और लूटे गए धन को विदेशी बैंकों में भेज देते हैं। कुछ चोर देश को उस तरह नष्ट नहीं करते, जैसे कि बड़े चोर करते हैं। उन्होंने संभवत: पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता नवाज शरीफ, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी नेता एवं पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और जमियत उलेमा ए इस्लाम के नेता फजलुर रहमान की ओर इशारा करते हुए कहा, जो कोई भी है आये, मेरी सरकार या मेरी जान ही क्यों नहीं चली जाए मैं उन्हें नहीं माफ करूंगा।
विपक्षी दलों के नेशनल असेंबली सचिवालय में आठ मार्च को एक अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिए जाने के बाद से पाकिस्तान में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान नीत पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी देश में आर्थिक संकट और बेतहाशा बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है। रैली का आह्वान खान ने किया था क्योंकि वह विपक्षी नेताओं के एक समूह की कथित साजिश के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इससे अलग, सोमवार को इस्लामाबाद में विपक्षी दलों का गठबंधन, पाकिस्तान डेमाक्रेटिक मूवमेंट भी एक राजनीतिक कार्यक्रम करने वाला है। पीडीएम में जमियत ए इस्लाम फज्ल और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज शामिल हैं। पीडीएम ने एक दिन बाद अपना शक्ति प्रदर्शन करने का निर्णय किया है जो नेशनल असेंबली के सत्र के साथ-साथ होगा, जब सदन में औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाया जाने वाला है।
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