अफगानिस्तान के राजदूत ने पाकिस्तान से तालिबान को पनाह नहीं देने का आहवान किया
संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि गुलाम मोहम्मद इशाकजई ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) से तालिबान को विनाशकारी समूह घोषित करने और उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
(फाइल फोटो) |
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के नवनियुक्त राजदूत ने अंतराष्ट्रिय समुदाय से सावधान रहने और पाकिस्तान में तालिबान के केंद्रों पर दबाव बनाने का आह्वान किया है।
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इससे पहले पाकिस्तानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ कमर जावेद बाजवा से अफगानिस्तान के साथ सीमा पर आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों को खत्म करने के लिए कहा था।
ऑस्टिन ने बाजवा से फोन पर बात करते हुए कहा था कि अफगानिस्तान में अस्थिरता और असुरक्षा का मुख्य कारण बेहद सुरक्षित ठिकाने हैं और इससे पाकिस्तान के लोगों को भी नुकसान होगा।
अफगानी राजदूत ने तालिबान पर अपने वादों के प्रति प्रतिबद्ध नहीं होने का आरोप लगाया, जिसके बारे में उनका मानना है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लड़ाकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
इशाकजई ने पाकिस्तान से तालिबान को उसकी धरती पर समर्थन देने और उसे सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने से रोकने का भी आह्वान किया है।
इससे पहले, अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी और एनएसए ने भी पाकिस्तान पर तालिबान का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि 10,000 से अधिक लड़ाके अफगानिस्तान में डूरंड रेखा पार कर चुके हैं और तालिबान के साथ मिलकर लड़ रहे हैं।
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