Sri Ram Panchratna Stotram : श्री राम पंचरत्न स्तोत्र पाठ से दूर होंगे सारे दुख
Sri Ram Panchratna Stotram : राम पंचरत्न स्तोत्र के पाठ से दूर होंगे सारे दुख। कञ्जातपत्रायत लोचनाय कर्णावतंसोज्ज्वल कुण्डलाय, कारुण्यपात्राय सुवंशजाय नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय।
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Sri Ram Panchratna Stotram : कञ्जातपत्रायत लोचनाय कर्णावतंसोज्ज्वल कुण्डलाय, कारुण्यपात्राय सुवंशजाय नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय। श्री राम नारायण के अवतार और मर्यादा पुरुषोत्तम थे। भगवान राम को विष्णु के 10 अवतारों में 7वां अवतार माना गया है। भगवान राम का नाम जपने से सारे दुख दूर हो जाते हैं। भगवान श्री राम की आराधना के लिए स्तोत्र, मंत्र और पाठ ग्रंथ पुराणों में उपलब्ध हैं। इनके जाप से लोगों को कष्टों से मुक्ति मिलती है। ऐसा ही एक मंत्र है ‘राम पंचरत्न स्तोत्र’ जिसके जाप से मनुष्य को अनंत लाभ मिलता है। रोज़ाना दिन में एक बार राम पंचरत्न स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। तो चलिए आपको आज राम पंचरत्न स्तोत्र का पाठ बताते हैं जिसके जप से दूर होंगे सारे दुख।
Sri Ram Panchratna Stotram : राम पंचरत्न स्तोत्र
कञ्जातपत्रायत लोचनाय कर्णावतंसोज्ज्वल कुण्डलाय
कारुण्यपात्राय सुवंशजाय नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 1 ॥
विद्युन्निभाम्भोद सुविग्रहाय विद्याधरैस्संस्तुत सद्गुणाय
वीरावतारय विरोधिहर्त्रे नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 2 ॥
संसक्त दिव्यायुध कार्मुकाय समुद्र गर्वापहरायुधाय
सुग्रीवमित्राय सुरारिहन्त्रे नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 3 ॥
पीताम्बरालङ्कृत मध्यकाय पितामहेन्द्रामर वन्दिताय
पित्रे स्वभक्तस्य जनस्य मात्रे नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 4 ॥
नमो नमस्ते खिल पूजिताय नमो नमस्तेन्दुनिभाननाय
नमो नमस्ते रघुवंशजाय नमोस्तु रामायसलक्ष्मणाय ॥ 5 ॥
इमानि पञ्चरत्नानि त्रिसन्ध्यं यः पठेन्नरः
सर्वपाप विनिर्मुक्तः स याति परमां गतिम् ॥
इति श्रीशङ्कराचार्य विरचित श्रीरामपञ्चरत्नं सम्पूर्णं
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