Rohini vrat 2023 : कब है रोहिणी व्रत, जानिए पूजा विधि और मुहूर्त
रोहिणी व्रत एक ऐसा व्रत है जो जैन समाज में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
Rohini vrat 2023 |
Rohini vrat 2023 : रोहिणी व्रत का पालन रोहिणी नक्षत्र के समापन पर मार्गशीष नक्षत्र में किया जाता है। इस व्रत की तिथि हर मास आती है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, कुल 27 नक्षत्र हैं जिसमें से एक है रोहिणी नक्षत्र। रोहिणी नक्षत्र जब सूर्य उदय के साथ प्रबल होता है तभी इस व्रत का पारण किया जाता है। जो भी स्त्री रोहिणी व्रत का पालन करती हैं उनके जीवन में सुख - समृद्धि तथा शांति का आगमन होता है। यश और धन धान्य से जीवन सुखमय हो जाता है। इस महीने 31 अक्टूबर 2023 को रोहिणी व्रत रखा जाएगा। तो चलिए आपको बताते हैं रोहिणी व्रत की तिथि और शुभ मुहूर्त
रोहिणी व्रत कब है? ( Rohini Vrat 2023 Tithi )
हिन्दू धर्म में रोहिणी व्रत का बहुत माहत्व माना जाता है। वहीं, यह व्रत जैन धर्म के लोगों के लिए भी बहुत खास है। इस बार 31 अक्टूबर 2023 को रोहिणी व्रत रखा जाएगा। वहीं जैन धर्म में रोहिणी व्रत को नक्षत्रों से जोड़कर देखा जाता है। हिन्दू धर्म में इस व्रत का संबंध मां लक्ष्मी से माना गया है।
रोहिणी व्रत महत्व ( Rohini Vrat 2023 Mahatva )
रोहिणी व्रत पर परमपूज्य भगवान वासु स्वामी की पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त श्रद्धा भाव भगवान वासु स्वामी की भक्ति में लीन होते है। इस दिन जैन मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। जैन धर्म में रोहिणी व्रत विशेष महत्व रखता है। इस दिन किए गए दान को बहुत फलदायी माना जाता है।
रोहिणी व्रत पूजा विधि ( Rohini Vrat 2023 Puja Vidhi )
इस व्रत को रखने के लिए महिलाएं सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
इसके बाद भगवान वासुपूज्य की प्रतिमा की पूजा करें।
वासुपूज्य देव की आरधना करके नैवेध्य लगाया जाता हैं।
रोहिणी व्रत का पालन रोहिणी नक्षत्र के दिन से शुरू होता है और अगले नक्षत्र मार्गशीर्ष तक जारी रहता है।
रोहिणी व्रत के दिन गरीबों को दान देने का भी महत्व होता हैं।
रोहिणी व्रत 2023 शुभ मुहूर्त ( Rohini Vrat 2023 Shubh Muhurat In Hindi )
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया 31 अक्टूबर को रात 09 बजकर 30 मिनट तक है।
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