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- कश्मीर में मौसम ने ढाया सितम
बहरहाल, मौसम की खेती पर बेरहमी का एक परिणाम यह भी होगा कि खाद्य महंगाई दर में फिर से तेजी आएगी. सब्जियों के बाजार में इसका असर दिखने भी लगा है. यह स्थिति देश के आर्थिक प्रबंधकों को भी परेशान करेगी. गौरतलब है कि महंगाई को काबू करने के चक्कर में महंगे हुए कर्ज ने आर्थिक विकास दर को पांच फीसद से नीचे पहुंचा दिया है. ऐसे में यदि महंगाई का सितम फिर से शुरू हुआ तो यह अर्थव्यवस्था के लिहाज से बड़ी चिंताजनक बात होगी. गौरतलब यह भी है कि मौसम वैज्ञानिक इस साल ‘अल नीनो’ असर के चलते मानसून के कमजोर रहने का अंदेशा जाहिर कर चुके है.
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