सत्यार्थी: तंग गलियों से नोबल तक का सफर

PICS: सत्यार्थी को नोबल पुरस्कार मिलते ही विदिशा विश्व पटल पर छाया

विदिशा में पढ़ाई पूरी करने के बाद कैलाश सत्यार्थी किले अंदर के वीर हकीकत मार्ग पर जिस घर में रहा करते थे. उनके परिजन आज भी उसी घर में निवास करते हैं. आज भी उस पुराने घर में ज्यादा बदलाव दिखायी नहीं देते हैं. उनके पिता पुलिस विभाग में नौकरी करते थे.

 
 
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