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- हिन्दी साहित्य के अमिट हस्ताक्षर प्रेमचंद
उनकी कहानियों में ऐसा लगता है कि कुछ अच्छा होगा, न्याय होगा, जो आज की कहानियों में नहीं है. प्रेमचंद ने हिन्दी कहानी और उपन्यास की एक ऐसी परंपरा का विकास किया जिसने हिन्दी साहित्य का मार्गदर्शन किया.
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