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- विधायक रीता जोशी ने लगाई चौपाल
यहां जोशी को बताया गया कि मनरेगा का काम पूरी तरह से ठप्प है. उदाहरण के लिए तेंदूआकला गांव में 2011 के बाद मनरेगा में एक दिन भी सृजित नहीं हुआ. औसतन 2007 से 2016 के बीच केवल 30 से 50 दिनों का अधिकतम कार्य दिया गया. मंजू देवी, रन्नो देवी, सुरेश और शंकर जैसे दर्जनों ग्रामवासियों ने बताया की काम मांगने के बावजूद उन्हें काम नहीं दिया गया है. रन्नो एवं मंजू को पिछले 10 वर्षो में अभी तक मात्र 6-6 दिन का काम मिला. चौपल में उपस्थित किसी को भी खाद्य सुरक्षा अधिनियम की जानकारी नहीं थी. सभी ने बढे हुए बिजली के बिलों, पेंशन, वजीफों के न मिलने की शिकायत की.
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