हंगाम से लोकसभा में नहीं पूरा हो पाया प्रश्नकाल, वित्त मंत्री ने पेश किया ट्रिब्यूनल रिफार्म्स बिल
संसद के मानसून सत्र में लगातार हंगामा जारी है। अगस्त में भी सरकार और विपक्ष के बीच सदन में बहस के लिए मुद्दों के चुनाव में मतभेद के कारण सोमवार को भी हंगामा हुआ।
वित्त मंत्री ने पेश किया ट्रिब्यूनल रिफार्म्स बिल |
सोमवार को हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल पूरा नहीं हो पाया। हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने ट्रिब्यूनल में सुधार से संबंधित ट्रिब्यूनल रिफार्म्स बिल 2021 को पेश किया। इस बिल के माध्यम से विभिन्न ट्रिब्यूनल की व्यवस्था को समाप्त कर न्याय प्रणाली को सरल और व्यावहारिक बनाने की तैयारी है।
हंगामे के कारण तीसरी बार साढ़े तीन बजे तक के लिए सदन स्थगित हुआ।
सोमवार को दिन में 11 बजे से लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने वालीं बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को लोकसभा में बधाई दी गई। सभी सदस्यों ने पीवी सिंधू की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ तो विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस सहित विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए पेगासस जासूसी कांड पर बहस की मांग की। विपक्ष के लगातार हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही पहले दिन में 12 बजे स्थगित हुई।
इसके बाद फिर लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। लोकसभा में सदन पटल पर महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे गए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने द ट्रिब्यूनल्स रिफार्म्स बिल, 2021 पेश किया। हंगामे के कारण एक बार फिर लोकसभा को दो बजे तक के लिए स्थगित किया गया। दोपहर दो बजे से फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो तीरथ सिंह रावत, मोहन मांडवी आदि सांसदों ने नियम 377 के तहत जरूरी मुद्दे उठाए। इस दौरान फिर विपक्ष ने हंगामा शुरू किया तो सदन की कार्यवाही साढ़े तीन बजे तक स्थगित हो गई।
बता दें कि बीते 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ है और 13 अगस्त तक संचालन होना है। लेकिन, पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानूनों और महंगाई जैसे विषयों पर बहस की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के लगातार हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों में कामकाज सुचारु रूप से अब तक नहीं चल पाया है। सरकार का कहना है कि विपक्ष गैर जिम्मेदराना व्यवहार करते हुए सदन जानबूझकर चलने नहीं दे रहा है।
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