ओखला भूमि का MGF से न करें सौदा : एम्मार
एम्मार इंडिया लिमिटेड ने एक पब्लिक नोटिस जारी कर आम लोगों को आगाह किया है कि वे ओखला भूमि के संबंध में एमजीएफ ग्रुप से कोई सौदा न करें।
![]() एमजीएफ के मालिक श्रवण गुप्ता (file photo) |
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में इस भूमि को लेकर सुनवाई अपने अंतिम चरण में है, जिसका ओखला भूमि पर सीधा असर पड़ने वाला है। गौरतलब है कि एम्मार इंडिया लिमिटेड पहले एम्मार एमजीएफ लैंड लिमिटेड के रूप में जाना जाता था।
एम्मार इंडिया लिमिटेड के सूत्रों के मुताबिक एमजीएफ ग्रुप का कई घोटालों को लेकर जालसाजी और धोखाधड़ी का एक पुराना इतिहास रहा है। उदाहरण के तौर पर हैदराबाद भूमि घोटाला और वीवीआईपी हेलीकॉप्टर का घोटाला का नाम लिया जा सकता है। ओखला भूमि की मौजूदा स्थिति एमजीएफ ग्रुप द्वारा व्यापक पैमाने पर की जाने वाली धोखाधड़ी का जीता-जागता प्रमाण है। एनसीएलटी में एमजीएफ के खिलाफ ओखला में करीब 4.8 एकड़ जमीन की धोखाधड़ी का मजबूत मामला चल रहा है।
एम्मार इंडिया लिमिटेड (पूर्ववर्ती एम्मार एमजीएफ) एम्मार प्रोपर्टीज पीजेएससी, दुबई और एमजीएफ डेवलपमेंट लिमिटेड का संयुक्त उपक्रम था। जांच के बाद जब नियंत्रण में बदलाब किया गया, तब पाया गया कि जब एमजीएफ ग्रुप एम्मार एमजीएफ के नियंत्रण में था, तब कथित तौर पर बहुत से अनधिकृत लेन-देन किए गए थे। इसके मद्देनजर कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत एनसीएलटी की दिल्ली शाखा में एक याचिका दायर की गई थी।
एनसीएलटी में सुनवाई अंतिम चरण में है और उम्मीद है कि एमजीएफ ग्रुप द्वारा की गई व्यापक धोखाधड़ी जल्द सामने आ जाएगी। इस पर सार्वजनिक सूचना जारी करने वाले एम्मार प्रोपर्टीज पीजेएससी, एम्मार होल्डिंग और एम्मार इंडिया लिमिटेड (पूर्ववर्ती एम्मार एमजीएफ लैंड लिमिटेड) आम लोगों को सचेत करते हुए कहा है कि वे एमजीएफ ग्रुप, एसएसपी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड, श्रवण गुप्ता, शिल्पा गुप्ता या उनसे जुड़े लोगों से ओखला लैंड से संबंधित कोई सौदा न करें। अगर इस नोटिस के बावजूद कोई पहल करता है, तो भारतीय कानून के मुताबिक इसकी पूरी जिम्मेदारी उसके ऊपर होगी।
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