अमरीका को हिलाने वाला भारतीय
दुनिया के प्रभावशाली देशों में से एक अमरीका की क्रेडिट रेटिंग घटाने वाली स्टैंडर्ड एंड पूअर्स के प्रेसिडेंट भारतीय देवेन शर्मा हैं.
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जी हां, अमरीका को हिलाने वालों में एक भारतीय का ही हाथ है और वह झारखंड का रहने वाले हैं.
स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने यह बड़ा कदम देवेन शर्मा के नेतृत्व में उठाया है.
स्टैंडर्ड एंड पुअर्स के अध्यक्ष शर्मा अमेरिकी सरकारी ऋण रेटिंग को शीर्ष स्तर एएए से घटाकर एएप्लस करने के फैसले में आगे रहे हैं.
दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को यह रेटिंग मिलने के बाद से पहली बार उसकी साख घटाई गई है.
अमेरिकी प्रशासन ने जब इस रेटिंग का विरोध करते हुए उसके आकलन को खामियों से भरपूर बताया, उस समय भी शर्मा ने आगे आकर एसएंडपी के कदम का बचाव किया.
शर्मा ने अमेरिका की नाराजगी वाली प्रतिक्रिया पर कहा, 'अमेरिका की यह प्रतिक्रिया आनी ही थी. कोई अन्य देश या कंपनी के साथ ऐसा होता, तो उसकी भी यही प्रतिक्रिया रहती.’
शर्मा को 2007 में एसएंडपी का अध्यक्ष बनाया गया था. वह एसएंडपी की भारतीय इकाई क्रिसिल के बोर्ड के चेयरमैन भी हैं.
शर्मा के पास बिड़ला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी, मेसरा ‘झारखंड’ की बैचलर डिग्री, यूनिवर्सिटी आफर विस्कोन्सिन की मास्टर डिग्री तथा ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी से बिजनेस मैनेजमेंट में डॉक्टरल डिग्री है. उनकी स्कूली पढ़ाई झारखंड के धनबाद जिले में हुई है.
दिलचस्प तथ्य यह है कि 2008 में वैश्विक बैंकिंग समूह सिटीग्रुप को वित्तीय संकट से निकालने में एक अन्य भारतीय कार्यकारी विक्रम पंडित की मुख्य भूमिका थी.
हाल में भारतीय मूल के अंशु जैन को जर्मनी के बैंकिंग समूह डायचे बैंक का सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है.
शर्मा 2006 में एसएंडपी में कार्यकारी उपाध्यक्ष ‘निवेश सेवाएं और वैश्विक बिक्री’ के रूप में आए थे. इससे पहले वह पांच साल तक मैकग्रॉ हिल कंपनीज में कार्यकारी उपाध्यक्ष ‘वैश्विक रणनीति’ थे.
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