पहली बार केवल 9 माह में किसी आयोग और बोर्ड ने पूरी की भर्ती प्रक्रिया : सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जब सरकार ईमानदारी के साथ काम करती है तो ओवरऑल परसेप्शन चेंज होता है। पहली बार किसी आयोग और बोर्ड ने मात्र नौ माह में चयन की प्रक्रिया पूरी की है। इसमें न किसी की सिफारिश की जरूरत पड़ी और न कोई हस्तक्षेप हुआ।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 39 उपजिलाधिकारियों, 41 पुलिस उपाधीक्षकों एवं 16 कोषाधिकारी-लेखाधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
इस दौरान नवचयनित अभ्यर्थियों ने अपने अनुभव साझा किए।
सीएम योगी ने कहा कि पहली बार किसी आयोग और बोर्ड ने मात्र 9 माह में चयन की प्रक्रिया पूरी की है। इसमें न किसी की सिफारिश की जरूरत पड़ी और न कोई हस्तक्षेप हुआ। वहीं जिन लोगों ने परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने की कोशिश की, वो लोग उसका खामियाजा भुगत रहे हैं।
उनकी प्रॉपर्टी जब्त कर ली गई, उनके घर पर रेड पड़ी। इतना ही नहीं सरकार तय कर चुकी है कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
योगी ने कहा कि हमारी कार्ययोजना का ही परिणाम है कि पिछले 7 वर्षों के अंदर करोड़ों युवाओं को नौकरी और रोजगार की सुविधा प्रदेश में उपलब्ध करायी गयी है। इसी का परिणाम है कि आज पर कैपिटा इनकम और प्रदेश की जीडीपी में इजाफा हुआ है।
इतना ही नहीं, यूपी देश की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरकर सामने आया है। यह तब होता है जब सरकार ईमानदारी के साथ कार्य करती है।
उन्हाेंने अभ्यर्थियों से कहा कि आपको गवर्नमेंट के इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करना है। आज टेक्नोलॉजी काफी इंप्रूव हो चुकी है।
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