यूपी विधानसभा चुनाव: डैमेज कंट्रोल के लिए अपने संबंधित जिलों में डेरा डालेंगे यूपी के मंत्री
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के सभी मंत्रियों को डैमेज कंट्रोल (राजनीति में हुए नुकसान को नियंत्रित करना) की एक बड़ी कवायद के तहत राज्य में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लोगों तक अपनी पहुंच स्थापित करने के लिए कहा गया है।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (file photo) |
मंत्रियों को जून और जुलाई 2021 में अपने प्रभार वाले जिलों के विकासखंडों में शिविर लगाने, जमीनी स्तर पर पार्टी कार्यकतार्ओं से जुड़ने, सरकारी योजनाओं के बारे में फीडबैक लेने, 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रमों में शामिल होने को कहा गया है। इसके साथ ही उन्हें 27 जून को बूथों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुनने के लिए बूथ स्तर के कार्यकतार्ओं से जुड़ने का निर्देश भी दिया गया है।
योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में उन्हें यह निर्देश दिए गए।
बैठक में मौजूद उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंत्रियों को कार्यक्रम के बारे में तमाम जानकारी दी।
मंत्रियों को कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा करने और उन लोगों के परिवारों का दौरा करने के लिए भी कहा गया है जो कोविड-19 से मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री फीडबैक लेंगे कि क्या उन तक सरकारी राहत पहुंची है।
इस कवायद को आगामी जिला पंचायत चुनावों में भाजपा के लिए समर्थन जुटाने के कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।
यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के मुताबिक, '' प्रभारी मंत्री जून और जुलाई 2021 में अपने प्रभार वाले जिलों के प्रखंडों में डेरा डालेंगे। मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों के ज्यादातर प्रखंडों को कवर करने की कोशिश करेंगे और करीब दो प्रखंडों को हर दिन कवर करेंगे।''
यह नहीं, मंत्री राशन की दुकानों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और अस्पतालों का दौरा करेंगे, वृक्षारोपण अभियान में शामिल होंगे। साथ ही मौके का दौरा करते हुए विकास योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा भी करेंगे।
सिंह ने कहा कि मंत्रियों को कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए छोटे समूहों में संगठनात्मक बैठकें करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि 23 जून से 6 जुलाई तक कार्यक्रम, विशेष रूप से वृक्षारोपण अभियान भी होंगे।
बैठक के दौरान, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना और स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने राज्य सरकार के कोविड प्रबंधन पर एक प्रस्तुति दी।
पशुपालन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने राज्य में गौशालाओं में की गई व्यवस्थाओं के बारे में बताया।
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